
रायगढ़ – छत्तीसगढ़, कांग्रेस-सरकार की ओर से राज्यसभा भेजे गए सांसद व सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता के.टी.एस तुलसी द्वारा सुप्रीम कोर्ट में जनहित याचिका दायर करते हुए एक अजीबोगरीब माँग की गई थी कि केंद्र सरकार को पानमसाला, गुटखा व तंबाकू की तर्ज़ पर ड्रग्स की बिक्री को भी वैध कर देना चाहिए, जिसके लिए उनके द्वारा यह दलील दी गयी थी कि थोड़ी सी मात्रा में ड्रग्स का सेवन तनाव, चिंता व अवसाद जैसे विकारों को दूर करने में सहायक होता हैं।
इसी अजीबोगरीब जनहित याचिका को लेकर रायगढ़ भाजपा के वरिष्ठ युवा नेता व पूर्व भाजयुमों जिलाध्यक्ष, रायगढ़ विकास केड़िया अब से कुछ देर पहले ही सोशल नेटवर्किंग साइट फेसबुक पर लाइव आकर प्रदेश की भूपेश बघेल सरकार व राज्यसभा सांसद केटीएस तुलसी को आड़े हाथों लेते हुए उनकी इस माँग को प्रदेश की जनता के साथ विश्वासघात करार दिया। लाइव वीडियो पर युवा भाजपा नेता ने कहा कि एक ओर प्रदेश सरकार अपने घोषणापत्र में ‘पूर्ण शराबबंदी‘ का वादा प्रदेश की जनता से करके मुकर जाती हैं और दूसरी तरफ दोहरापन का प्रदर्शन करते हुए उनके राज्यसभा सांसद केटीएस तुलसी द्वारा जनहित याचिका दाखिल कर यह माँग की जाती हैं कि ड्रग्स की बिक्री को वैध करना चाहिए।

आगे लाइव वीडियो के दौरान युवा भाजपा नेता ने राज्यसभा सांसद के.टी.एस तुलसी द्वारा ड्रग्स की बिक्री को कानूनी रूप से वैध करवाने हेतु जो जनहित याचिका सुप्रीम कोर्ट में दाखिल करने के बाद मीडिया में जो बयान दिया गया है वो न सिर्फ हास्यास्पद हैं बल्कि उनके मानसिक दिवालियेपन का भी संकेत हैं खासकर तब जब वे इस बात की दलील देते हैं कि थोड़ी सी मात्रा में ड्रग्स का सेवन करने से चिंता, तनाव व अवसाद के लक्षण कम होते हैं आगे उन्होनें यह भी मशविरा दिया कि चिंता, तनाव व अवसाद कम करने के लिए उन्हें छत्तीसगढ़ व देश के युवाओं से योग व अध्यात्म को अपनाने की अपील करनी चाहिए।