रायगढ़ – अवैध गौवंश परिवहन कर रही दुर्घटनाग्रस्त वाहन से हुए 18 गायों की मौत पर साँसद गोमती साय ने जताया आक्रोश…जिले में गौ-तस्करी को रोकने सख्त कानूनी कार्यवाही करें पुलिस….

रायगढ़ – आज प्रातः 8 बजे लाखा-गेरवानी मार्ग पर चिराईपानी के समीप खतरनाक मोड़ पर गौ तस्करी कर रहे वाहन के दुर्घटनाग्रस्त हो जाने से मौके पर ही 18 गौवंशो की दर्दनाक हो गई l घटना स्थल पर क्षेत्रिय साँसद श्रीमती गोमती साय पहुँची औऱ पुलिस प्रशासन की कार्यशैली को संदेह के कटघरे में खड़े करते हुए आक्रोश जाहिर किया l साँसद ने कहा कि सनातन धर्म मे गौवंश पूज्यनीय हैl गौवंशो की हत्या व तस्करी पर कानूनन प्रतिबंध भी है l इसके बावजूद इतने बड़े पैमाने पर मुख्य सड़क मार्गों से गौवंशो की तस्करी के मामले में मिलीभगत से इंकार नहीं किया जा सकता।

पुलिसिया व्यवस्था को लचर बताते हुए कहा कि विभागीय सुस्ती की वजह से गौ तस्करों के हौसले बुलंद है l इस मामले में क्षेत्रीय थाना प्रभारी पर भी कार्यवाही सुनिश्चित की जानी चाहिए l हादसे के कुछ घण्टे बाद ही रायगढ़ साँसद श्रीमती गोमती साय सड़क मार्ग से अपने गृह क्षेत्र जशपुर से रायगढ़ मुख्यालय आ रही थी l घटना स्थल पर मृत गौ वंशो को देख साँसद द्रवित हो गई और घायल गायों को तत्काल निकाल कर इलाज करने के निर्देश दिए l वाहन पलटने की वजह से 18 गौवंशो की घटना स्थल पर मौत हो गई है इसके अलावा दर्जनों गौवंश घायल है जिनका रेस्क्यू किया जा रहा है l
इसकी कमान स्वयं सांसद ने संभाली और राहत कार्य मे लगें बजरंग दल के कार्यकर्ताओं व स्थानीय लोगों के प्रति आभार जताया l श्रीमती साय ने पुलिस प्रशासन की कार्यशैली को लेकर भी असंतोष जाहिर करते हुए कहा कि जब स्थानीय लोगों से सूचना मिलने के बावजूद कोतवाली पुलिस द्वारा जिम्मेदारी का निर्वाहन नही किया गया। घायल गौवंशो का तत्काल रेस्क्यू किया जाना चाहिए था लेकिन लापरवाही बरती गई।
उल्लेखनीय होगा कि उक्त वाहन में लगभग 50 से अधिक गौवंशो को गौ तस्करों द्वारा अवैध रुप से झारखंड ले जाया जा रहा था तभी ट्रक अनियंत्रित होकर चिराईपानी मोड़ के समीप दुर्घटना ग्रस्त हो गयी। हादसे के बाद ट्रक में सवार चालक और हेल्पर मौके से फरार हो गए हैं जिनकी पतासाजी कोतवाली पुलिस कर रही हैं। गौवंश तस्करी करता ट्रक क्रमांक जी.एच01 सीजे 7785 हैं जो कि किसी सरवर हुसैन नामक व्यक्ति के नाम पर रजिस्टर्ड हैं।
घायल गौवंशो को ईलाज के लिए स्थानीय लोगों और हिन्दू संगठन बजरंग दल के कार्यकर्ताओं की मदद से जिला पशु चिकित्सालय और गौशाला पहुंचाया गया है।