कोटवारी भूमि में डॉ.पटेल ने बनाया मकान, तहसीलदार का नोटिस, प्राची विहार में करीब साढ़े चार एकड़ सेवाभूमि में अवैध कब्जे.. शहर में अवैध कब्जे व निर्माण के दर्जनों मामले.. ज्यादातर मामलों में सेटलमेंट …??

रायगढ़, 31 दिसंबर। कोटवारी जमीनों पर अतिक्रमण का जिन्न फिर बोतल से बाहर निकल आया है। प्राची विहार में एक डॉक्टर ने कोटवारी जमीन पर मकान बना लिया है। पटवारी प्रतिवेदन के आधार पर तहसीलदार ने नोटिस जारी किया है। जवाब प्रस्तुत करने डॉक्टर नित्यम पटेल ने मोहलत मांगी है। जिले में कोटवारी जमीन का बेहद आसानी से हड़पकर कब्जा कर लिया गया। ऐसे एक नहीं दो दर्जन से ज्यादा मामले हैं।

कार्रवाई कुछ नहीं होती केवल कागजों का खेल होता है। कई बार नोटिस देने के बाद मामला सैटल कर लिया जाता है। किसी भी भूमाफिया को कोटवारी जमीन अथवा सरकारी नजूल भूमि से बेदखल करने की कार्रवाई करने का साहस हमारा सिस्टम नहीं कर सका है। राजस्व मंडल से एफआईआर का आदेश होने के बावजूद सारी फाइलें अलमारी में बंद कर दी गईं। इस बार एक मामला बाहर आया है। प्राची विहार, बड़े अतरमुड़ा में करीब खसरा नंबर 65/3 रकबा 1.9510 हे. जमीन सरकारी सेवा भूमि के रूप में रिकॉर्ड में दर्ज है।
आरोप है कि डॉ.नित्यम सागर पटेल ने कोटवारी जमीन के करीब 1700 वर्गफुट में अवैध तरीके से मकान बना लिया है। इसकी शिकायत हुई तो तहसीलदार ने पटवारी तुलसी रात्रे से प्रतिवेदन मांगा। रिपोर्ट में कोटवारी जमीन पर मकान बनाने की पुष्टि हुई। इसके बाद तहसीलदार ने डॉ.नित्यम सागर पटेल को नोटिस दिया है। शुक्रवार को सुनवाई थी, जिसमें जवाब देने के लिए मोहलत की मांग की गई है।
कोटवारी के अलावा शासकीय भूमि पर भी कब्जा
प्राची विहार में कोटवारी जमीन खसरा नंबर 65/3 रकबा 1.9510 हे. के अलावा शासकीय भूमि खनं 65/1 रकबा 0.6870 हे. भी है। दोनों जमीनों के बड़े हिस्से पर अतिक्रमण हो चुका है। दरअसल अवैध कब्जों को रोकने के लिए जिस निर्णय क्षमता की जरूरत है, वह नहीं दिखाई देती। हर बार कार्रवाई शुरू की जाती है लेकिन अतिक्रमण खत्म ही नहीं होते, क्योंकि लगभग किसी भी मामले में कब्ज़ा बेदखली की कार्यवाही न ही निगम प्रशासन द्वारा की जाती है और न ही जिला प्रशासन द्वारा।











