रायगढ़

शहर के पूर्व सभापति व कथित रूप से सबसे सक्रिय पार्षद ‘सलीम’ की साख पर बट्टा लगाता “बदबूदार कचरे का ढेर”..

रायगढ़ – स्वच्छता की रैंकिंग में रायगढ़ नगर निगम के पिछड़ने के बावजूद भी शहर की सफाई व्यवस्था सुधर नहीं हो रहा है । कुछेक जगहों पर ऐसे प्वाइंट बन गए जहां हमेशा कचरा सड़ता है। बदबू से आसपास की कॉलोनियों के लोगों का रहना मुश्किल हो गया है। खूब शिकायतों के बावजूद निगम-प्रशासन इसका समाधान करने में फेल साबित हो रहा है।

हंडी चौक पर सुबह से पड़ा बदबूदार कचरे का ढेर

ऐसा ही एक दृश्य सुबह से ही शहर के भीतर पूर्व सभापति व निगम के कथित रूप से सबसे सक्रिय पार्षद के गृह वार्ड व घर से लगे शहर के मुख्य चौक में शुमार हंडी चौक में देखने को मिल रहा है जहाँ मुख्य सड़क के बीचों-बीच कचरे का एक बड़ा ढेर पड़ा हुआ है जिससे वहाँ से गुजरने वालों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ रहा हैं।

बता दें कि क्षेत्र से लगातार छठवी बार पार्षद चुने गए पूर्व निगम सभापति सलीम नियारिया की पहचान आमतौर पर एक बेहद सक्रिय व शालीन पार्षद के रूप है जो साफसफाई के प्रति विशेष संवेदनशीलता के लिए जाने जाते हैं ऐसे उनके घर से महज 30-40 मीटर की दूरी में जिस तरीके से यह कचरे का बदबूदार ढेर मुख्य चौक पर घण्टों से पड़ा हुआ है उससे न सिर्फ यहाँ से गुजरने वालों व आसपास के दुकानदारों को परेशानी हो रही हैं बल्कि उनकी कथित जमीनी सक्रियता की साख पर भी बट्टा जरूर लग गया है क्योंकि निगम में उनकी ही सरकार काबिज़ हैं उसके बावजूद उनके घर से चंद मीटर की दूरी पर यह बदबूदार कचरे का ढेर स्वतः ही बयाँ कर रहा है कि निगम प्रशासन व क्षेत्र के पार्षद साफ सफाई को लेकर कितने उदासीन व अकर्मण्य हो चुके है।

क्या कहा सलीम नियारिया ने – जब इस विषय पर हमारे संवाददाता ने वार्ड पार्षद सलीम नियारिया से बात की तो उन्होंने अपना पक्ष रखते हुए कहा कि सुबह कचरा उठाने वाली गाड़ी से यह कचरे का ढेर परिवहन के दौरान गिर गया है और उन्होंने इसकी जानकारी सफाई कर्मियों को दे दी है लेकिन अपर्याप्त सफाई कर्मियों की वजह से इसे उठाने में बेज़ा देरी हो रही हैं।

वैसे यहां यह बताना भी जरूरी हैं कि मौजूदा समय में डेंगू जैसे जानलेवा बीमारी अपने पाँव पसार रही हैं जिसकी रोकथाम को लेकर अभी हाल ही में जिला स्वास्थ्य विभाग ने एक कार्यशाला का आयोजन भी किया था जिसमें वार्ड पार्षद ने जाना तक जरूरी नहीं समझा था जबकि उनका यह वार्ड डेंगू के भयंकर त्रासदी को पहले भी झेल चुका है ऐसे में यह कचरे का ढेर मच्छरों के पनपने के लिए माकूल जगह भी साबित हो सकती हैं।

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