रायगढ़

रायगढ़ – नवदुर्गा फर्नेश ब्लास्ट हादसा : फर्नेश ब्लास्ट में कल हुई थी एक मजदूर की मौत व तीन गंभीर रूप से घायल.. तीनों घायलों की हालत नाजुक , कहीं फर्नेश-ब्लास्ट की वजह यह तो नहीं….फर्नेश का जोखिम भरा काम अप्रशिक्षित मजदूरों से करवा रहें ठेकेदार अजय सिंह…..

रायगढ़ – रायगढ़ जिला मुख्यालय से 10 किलोमीटर की दूरी पर ग्राम पंचायत गेरवानी के ग्राम सराईपाली में स्थित नवदुर्गा स्टील फैक्ट्री में गुरुवार की सुबह फर्नेश में ब्लास्ट हो गया। इस दौरान पिघले हुए धातु व स्लैग की चपेट में आने से वहां काम कर रहे एक मजदूर की मौत हो गई। जबकि तीन अन्य 60-70% झुलसे मजदूरों की हालत भी गंभीर बनी हुई है। सभी को जिंदल फोर्टिस हॉस्पिटल के स्पेशल बर्न यूनिट में भर्ती कराया गया है।

जानकारी के मुताबिक, सराईपाली स्थित नवदुर्गा फैक्ट्री में इंडक्शन फर्नेस के पास मजदूर काम कर रहे थे। इसी दौरान फर्नेश में तेज ब्लास्ट हो गया। इसकी चपेट में आकर चार मजदूर झुलस गए। इसके बाद सभी मजदूरों को आनन-फानन में अस्पताल में भर्ती कराया गया। इसमें एक मजदूर नरेंद्र कुमार की उपचार के दौरान मौत हो गई। बाकी तीनों का उपचार अस्पताल में चल रहा है जहाँ सभी की हालत गंभीर बताई जा रही हैं।

बताया जा रहा है कि हादसा सुबह करीब 6-7 बजे हुआ है। इससे पहले भी नवदुर्गा स्टील प्लांट में हादसा हो चुका है। पूंजीपथरा थाना प्रभारी केके सिंह ने सुबह हुई घटना की पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि हादसे के कारणों की जांच हो रही है। फिलहाल औद्योगिक क्षेत्र से जांच टीम प्लांट में पहुंची और घटनास्थल का जायजा लिया गया।

क्यूँ होता हैं फर्नेश में ब्लास्ट : फर्नेश में ब्लास्ट को लेकर जब हमारे संवाददाता ने मेटालर्जिकल विशेषज्ञ से जानकारी ली तो उन्होंने बताया कि फर्नेश में ब्लास्ट के ज़्यादातर मामलों में देखा गया है कि पुअर क्वालिटी के रॉ मटेरियल के इस्तेमाल की वजह से चैम्बर ब्लॉक हो जाता हैं जिससे कि चैम्बर के अंदर बनने वाली उच्च दाब की स्टीम, चैम्बर-ब्लॉक होने की वजह से बाहर निकल नहीं पाती हैं और नतीज़तन ब्लास्ट जैसी दुर्भाग्यजनक हादसे घटित होते हैं।

बड़ा सवाल : इंडक्शन फर्नेश का जोखिम भरा काम आखिर क्यूँ ठेके में करवाया जाता हैं..? रायगढ़ औद्योगिक क्षेत्र में स्थित ज़्यादातर स्टील प्लांटों में इंडक्शन फर्नेश प्लांट का जोखिम भरा काम प्लांट मालिकों द्वारा अपनी लागत को कम करने के हिसाब से इंडक्शन फर्नेश का काम करने वाले ठेकेदारों को ठेके में दिया जाता है जिसमें कार्यरत 85-90% मजदूर अप्रशिक्षित (नॉन-स्किल्ड) होते हैं जिन्हें न किसी प्रकार का मेकेनिकल ज्ञान होता हैं और न तकनीकी समझ। इसी वजह से ही रायगढ़ औद्योगिक क्षेत्र में स्थित स्टील प्लांटों में लगातार फर्नेश ब्लास्ट जैसे हादसे घटित हो रहे हैं। नवदुर्गा इस्पात में भी इंडक्शन फर्नेश का कार्य किसी अजय सिंह नामक व्यक्ति को ठेके में दिया गया है जो इस जोखिम भरे काम को अप्रशिक्षित मजदूरों के द्वारा ही करवा रहें हैं जिसके कारण ही संभवतः यह भयानक हादसा हुआ है।

हॉट मेटल बाहर निकलने से जले मजदूर
औद्योगिक सुरक्षा एवं स्वास्थ्य विभाग के सहायक संचालक राहुल पटेल ने बताया कि यह घटना हुई है जिसमें फर्नेस में सुबह स्लैग जाम हो गया था, जिसके बाद अंदर में तापमान काफी ज्यादा बढ़ गया गया, जिसके बाद फर्नेस में ब्लास्ट हो गया। हॉट मेटल (गर्म लोहा) बाहर निकल गया जिसमें चार लोग जले है, जिसमें से एक की मौत हो गई है। यह घटना कॉस्ट आयरन के प्लांट में हुआ है। जहां हादसा हुआ वहां पर ऊपरी फ्लोर में पांच लोग काम कर रहे थे, एक मजदूर नीचे फ्लोर में था।

तीन घायलों की हालत भी गंभीर
घायल मजदूर जांजगीर और बिहार के रहने वाले है। भीम कुमार राम,उमेश कोड़ा, जसंवत कंवर निवासी जांजगीर को जिंदल फोर्टिस हॉस्पिटल में भर्ती किया गया है। इसमें तीन मजदूरों की स्थिति गंभीर बताई जा रही है। बिहार निवासी नरेन्द्र कुमार की मौत हो गई है। इस हादसे के बाद औद्योगिक सुरक्षा एवं स्वास्थ्य विभाग ने वहां मौजूद मजदूरों के बयान दर्ज किए है।

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