रायगढ़ – ओपी की प्रेस कॉन्फ्रेंस का बहिष्कार : नेताओं से मीडिया की नाराज़गी, ओपी चौधरी को पड़ गई भारी, रायगढ़ पत्रकार बिरादरी से जुड़े करीब तीन दर्जन पत्रकारों ने लिया सामूहिक निर्णय… स्थानीय नेताओं के उपेक्षापूर्ण व्यवहार से लंबे समय से थे असंतुष्ट…ओपी के सियासी व सामाजिक साख को…..

रायगढ़ , हल्लाबोल ।। आज बुधवार को रायगढ़ जिला भाजपा कार्यालय में केंद्र सरकार की “अग्निपथ योजना” के समर्थन में आयोजित प्रदेश भाजपा मंत्री ओपी चौधरी की प्रेस कांफ्रेंस का जिले के मीडिया बिरादरी से जुड़े करीब तीन दर्जन से अधिक पत्रकारों द्वारा बहिष्कार करने की घोषणा की गई हैं। सूत्रों से मिली जानकारी की मानें तो इस बहिष्कार की बड़ी वजह भाजपा जिलाध्यक्ष उमेश अग्रवाल सहित अन्य कुछ स्थानीय नेताओं के पत्रकारों के प्रति उपेक्षापूर्ण और रूखे व्यवहार को माना जा रहा है। इस विषय में जिला मुख्यालय के कुछ वरिष्ठ पत्रकारों सहित दर्जनों पत्रकारों की एक राय है कि सत्ता पक्ष से जुड़े कुछ नेता, भाजपा जिलाध्यक्ष उमेश अग्रवाल व भाजपा के अन्य कुछ नेताओं का उनके प्रति (मीडिया) व्यवहार अपेक्षित नहीं है जिसे लेकर महीने भर पहले भी स्थानीय मीडिया से जुड़े एक व्हाट्सअप ग्रुप में इसकी चर्चा अंचल के पत्रकारों द्वारा की गई थी। बता दें कि यह प्रेस वार्ता भाजपा नेता ओपी चौधरी द्वारा आज शाम 4 बजे भाजपा कार्यालय में लिया जाना है।
भाजपा जिलाध्यक्ष उमेश के रूखे व्यवहार को लेकर पहले से ही कुछ पत्रकार थे असंतुष्ट
वैसे यहां यह भी बताना लाजिमी होगा कि लंबे समय से ही रायगढ़ मीडिया बिरादरी से जुड़े एक बड़े तबके द्वारा स्थानीय मीडिया के व्हाट्स अप ग्रुप्स में यह बात रखी जा रही थी कि भाजपा जिलाध्यक्ष उमेश अग्रवाल का व्यवहार उनके प्रति उपेक्षापूर्ण रहा है और वो ज्यादातर मौकों पर न तो उनके मोबाईल कॉल को रिसीव करते हैं और न ही उन्हें कॉलबैक करते हैं जो कि परोक्ष रूप से उनका अपमान करने जैसा ही है। इस विषय में कुछ वरिष्ठ पत्रकारों ने तो यह भी कहा कि भाजपा जिलाध्यक्ष सहित कुछ अन्य कांग्रेसी व भाजपा नेताओं का व्यवहार पत्रकारों के प्रति बहुत ही रूखा और गैर जिम्मेदाराना रहता है इसलिए उनके द्वारा यह निर्णय लिया गया है।

बहरहाल…रायगढ़ प्रेस बिरादरी के एक बड़े धड़े द्वारा भाजपा के प्रेस कांफ्रेंस के बहिष्कार करने के निर्णय से रायगढ़ भाजपा को आने वाले समय में कितना सियासी नुकसान उठाना होगा, यह कहना अभी जल्दबाजी होगी, लेकिन इतना जरूर कहा जा सकता है कि आज ओपी चौधरी के प्रेस कांफ्रेंस में अगर उपरोक्त पत्रकारगण शामिल नहीं होते हैं तो उनकी सियासी साख को जरूर बड़ा नुकसान हो सकता है क्योंकि पूरे प्रदेश भाजपा में ओपी चौधरी अपनी साफ़ और आदर्श छवि की वजह से अपना एक अलग स्थान रखते हैं जिसकी वजह से उनके राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी भी उनका सम्मान करते हैं। ऐसे में उनकी प्रेस कांफ्रेंस का स्थानीय मीडिया के एक बड़े तबके द्वारा बॉयकॉट किया जाना उनकी सियासी और सामाजिक साख के लिए किसी बड़े झटके से कम नहीं हैं।
हालांकि अब इस सामूहिक बहिष्कार को लेकर एक और जानकारी मिल रही है कि रायगढ़ प्रेस बिरादरी से जुड़े एक बड़े तबके द्वारा लिया गया यह निर्णय आगे सभी राजनीतिक पार्टियों के ऊपर भी लागू किया जायेगा क्योंकि सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों के प्रमुख नेताओं के उपेक्षापूर्ण व्यवहार से स्थानीय पत्रकारों में रोष व्याप्त हैं और पत्रकारों के असंतुष्ट तबके ने साफ साफ अल्टीमेटम दे दिया है कि आगे भी वो प्रमुख राजनीतिक पार्टियों से जुड़ी खबरों और उनके प्रेस कांफ्रेंस का बहिष्कार जारी रखेंगे।
भाजपा नेता ओपी चौधरी की प्रेस कांफ्रेंस का बहिष्कार करने वाले पत्रकारों के नाम निम्नानुसार हैं –
विनय पाण्डेय (मुनादी), शेषचरण गुप्ता, संजय बोहिदार, आलोक पाण्डेय (केलोभूमि, मुरली बोहिदार, राजेश जैन, विवेक श्रीवास्तव, राम कुमार देवांगन, नितिन सिन्हा , सुशील पांडे, कैलाश आचार्य, नवरत्न शर्मा, बंसी निराला, महादेव परिहारी, लक्की गहलोत, हेमसागर श्रीवास, विशाल सिंह, मनीष सिंह, नरेंद्र चौबे, राजा खान, कृष्णा मिश्रा, भूपेंद्र सिंह चौहान, प्रकाश थवाईत, विकास पांडे, ठाकुर भूपेंद्र सिंह, सिमरन पंनघरे, संजय शुक्ला, राहुल अधिकारी, संजय शर्मा, संदीप, विजयंत खेडुलकर, यशवंत खेडुलकर, आमिर नसरुद्दीन, अभिषेक उपाध्याय, शमशाद अहमद, निमेश पांडे, विपिन सवानी, अविनाश गवेल, पिंटू तिवारी, संजय साहनी, प्रशांत तिवारी सहित अन्य पत्रकार शामिल है।
खबर स्त्रोत: मुनादी डॉट कॉम