रायगढ़ – मयंक के आत्महत्या के बाद पूरे शहर में जुआरियों-सटोरियों के खिलाफ जबरदस्त आक्रोश का माहौल.. “जुआ सट्टा बंद करो” की तख्ती लेकर अंतिम यात्रा में शामिल हुए सैकड़ों लोग.. इधर पुलिस भी मृतक के CDR खंगालने में जुटी…

रायगढ़ : बीते कल देर शाम जैसे ही मालधक्का रोड निवासी शहर के होनहार और मिलनसार युवा व्यवसाई मयंक मित्तल उम्र लगभग 35 वर्ष, पिता भीमसेन मित्तल के अचानक फांसी लगाकर आत्महत्या करने की खबर मिली, पूरे रायगढ़ में शोक की लहर फैल गई, जिस किसी ने भी इस खबर को सुना, स्तब्ध हो गया। क्योंकि मृतक मयंक मित्तल अपने विनम्र और मिलनसार व्यवहार की वजह से पूरे रायगढ़ शहर में खासकर युवाओं के बीच काफी लोकप्रिय थे यही वजह रहीं कि जिस किसी ने भी इस खबर को सुना, उसके पैरों तले जमीन खिसक गई।

हालांकि बाद में लोगों को जब मृतक के परिजनों और करीबियों से यह जानकारी मिली कि मृतक मयंक मित्तल उर्फ मिठ्ठू बीते कुछ दिनों पूर्व जुए सट्टे में भारी नुकसान हुआ था जिसके बाद वो तकादे को लेकर काफी अवसादग्रस्त रहने लगा था और संभवत यही वजह भी रही होगी जिसकी वजह से मयंक ने फांसी लगाकर अपनी जान दे दी। उसके बाद से मृतक के परिजनों , करीबियों सहित पूरे शहरवासियों में जुए सट्टे के कारोबार में संलिप्त लोगों को लेकर जबरदस्त आक्रोश देखने को मिल रहा है, लोग सोशल नेटवर्किंग साइट्स पर खुलकर मयंक की असामयिक मृत्यु के लिए जुए और सट्टेबाजों को दोषी बता रहे हैं और सोशल मीडिया पर पोस्ट कर स्थानीय पुलिस प्रशासन से मयंक की मौत के लिए जिम्मेदार कथित जुए और सट्टे के धन्धे में संलिप्त जरायम पेशेवरों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्यवाही करने की मांग कर रहे हैं।




कुल मिलाकर पूरे शहर को स्तब्ध कर देने वाले इस आत्महत्या की घटना के सामने आने के बाद पूरे शहर में जुआरियों और सटोरियों को लेकर जबरदस्त खिलाफत का माहौल निर्मित हो गया है। विशेषकर स्थानीय अग्रवाल समाज में। बता दें कि कल देर रात से ही स्थानीय अग्रवाल समाज से जुड़े दर्जन भर से ज्यादा व्हाट्स एप ग्रुप्स में मृतक मयंक की खुदकुशी के लिए समाज से जुड़े लोग बड़ी संख्या में जुए सट्टेबाजों को दोषी करार दे रहे हैं और उनके खिलाफ सख्त कानूनी कार्यवाही की मांग कर रहे हैं। वही राजनीति से जुड़े कुछ स्थानीय नेता भी सोशल मीडिया पर स्थानीय पुलिस प्रशासन से पोस्ट के जरिए मांग कर रहे हैं कि मयंक के मौत के लिए जिम्मेदार लोगों को कड़ी से कड़ी सजा पुलिस सुनिश्चित करें।


इधर हमारे सूत्रों से यह जानकारी भी मिल रही है कि घटना की सूचना के बाद मौके पर पहुंची कोतवाली पुलिस टीम को खबर लिखें जानें कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है लेकिन मृतक के परिजनों और करीबियों से मिली जानकारी को आधार मानते हुए कोतवाली पुलिस भी मृतक के मोबाइल फोन को जब्त कर साइबर सेल के हवाले कर दिया है जहां साइबर सेल में पदस्थ आईटी एक्सपर्ट मृतक के कॉल और मैसेज डिटेल्स को खंगालने में जुट गए है और सम्भावना भी जताई जा रही है कि मृतक के CDR और मैसेज डिटेल्स से पूरे मामले में बड़ा खुलासा हो सकता है और जुए सट्टे के कारोबार में संलिप्त कई बड़े चेहरे बेनकाब हो सकते हैं साथ ही बड़ी कानूनी कार्यवाही में उलझ सकते है..?















