स्टील कारोबारी के सैकड़ों एकड़ पर फैले ज़मीन की खरीदी-बिक्री के दस्तावेज़ी जांच से हो सकता हैं बड़े भ्रष्ट्राचार का भंडाफोड़…ED और CBI को करना होगा ज्वाइंट एक्शन प्लान…

शहर में आज तड़के सुबह एक साथ हुई प्रदेश के एक बड़े स्टील कारोबारी के घर, दफ्तर और फैक्ट्री सहित अन्य एक कोल ट्रांसपोर्टर के यहां इनकम टैक्स के छापेमार टीम के तीन दर्जन से अधिक अफसरों के gaint raid की खबर से जहां बाकी स्टील कारोबारियों,उद्योगपतियों और कोयले के कारोबार से जुड़े कारोबारियों के मन में आईटी की कार्यवाही को लेकर दहशत का माहौल निर्मित हो गया है।
सूत्रों से मिली जानकारी की मानें तो इस छापेमार कार्यवाही के बाद शहर के कई प्रमुख चौक चौराहों से लेकर शहर के राजनीतिक, सामाजिक और व्यापारिक चर्चाओं का केंद्र बिंदु कहलाने वाले स्थलों में आज सुबह से ही जनचर्चाओं का बाज़ार गर्म है। जहां मौजूद लोगों का कहना था कि उक्त स्टील कारोबारी द्वारा सैकड़ों एकड़ जमीन की खरीदी बिक्री के दौरान प्रशासनिक अफसरों से सांठगांठ कर व्यापक स्तर पर करोड़ों रुपए के भ्रष्टाचार को अंजाम दिए जाने की चर्चा काफी दिनों से लोगों से सुनने को मिल रही है जिसको लेकर लोगों का यह भी कहा कहना है कि अगर आईटी के टीम के साथ ED और CBI की टीम भी एक ज्वाइंट RAID करती है तो इस बात की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता है कि जमीन की खरीदी बिक्री के दस्तावेज़ी जांच पड़ताल से करोड़ों रुपए के भ्रष्ट्राचार के होने की जनचर्चा चल रही है उसका पर्दाफाश हो जाएं…?

वहीं शहर के एक नामी आरटीआई एक्टिविस्ट ने नाम न बताने की शर्त पर बताया कि उक्त स्टील कारोबारी द्वारा प्रशासनिक अधिकारियों से सांठगांठ करके कई हेक्टेयर रकबे की जमीन की रजिस्ट्री अपने नाम पर कराई गई है उसमें ज्यादातर आदिवासी और आबंटन हक की जमीनें है जिसकी रजिस्ट्री के लिए एक विशेष प्रक्रिया का पालन किया जाना आवश्यक है लेकिन यहां उसकी खुलेआम धज्जियां उड़ाते हुए अनदेखी की गई हैं जिसका खुलासा सीबीआई और ED जैसी स्वतंत्र और सक्षम एजेंसियों की जांच से ही हो सकता हैं।
बहरहाल… खबर में वर्णित तमाम तथ्य और बातें स्थानीय स्तर पर हो रही जन चर्चाओं पर आधारित है इसलिए हम ऐसे किसी भी दावे अथवा तथ्य के प्रमाणिकता का दावा नहीं करते हैं क्योंकि उक्त तमाम तथ्य स्वतंत्र एजेंसियों के स्वस्फूर्त संज्ञान लेने और जांच करने से जुड़ा एक संवेदनशील विषय है।












