रायगढ़ – अपेक्स हॉस्पिटल के नाम जुड़ी एक बड़ी उपलब्धि… बीतें 4 सालों में 80% सफलता दर के साथ आईवीएफ तकनीक से 300 निःसंतान दंपतियों के जीवन में गूँजने लगी किलकारी….

अपेक्स हॉस्पिटल एवं टेस्ट ट्यूब बेबी सेंटर में मनाया गया वर्ल्ड आईवीएफ डे
रायगढ़ – विगत चार दिवस से अपेक्स हॉस्पिटल में “वर्ल्ड आईवीएफ डे” मनाया जा रहा है जिसे वर्ल्ड एमब्रियोलॉजिस्ट डे भी कहा जाता है। २५ जुलाई को दुनिया के प्रथम टेस्ट ट्यूब बेबी लुईस ब्राउन का जन्म हुआ था और इसी खुशी में उनका जन्म वर्ल्ड आईवीएफ डे के रूप में मनाया जाता है।
२०१७ से एपेक्स आईवीएफ सेंटर की स्थापना हुई और तब से ही यहां अनेको निःसंतान दंपति ने अपनी सुनी कोख को खुशहाल किया। इस पर हॉस्पिटल की गायनोकॉलोजिस्ट एंड आईवीएफ एक्सपर्ट डॉ.रश्मि गोयल बताती है कि अपेक्स टेस्ट ट्यूब बेबी में पदस्थ चीफ Embryologist शेख हुसैन और उनकी आईवीएफ टीम ने इन चार सालों में लगातार ८० प्रतिशत से अधिक सफलता दर आईवीएफ प्रक्रिया में बनाए रखे है जो की रायगढ़ ही नही अपितु पूरे छत्तीसगढ़ के लिए बहुत ही गौरव की बात है।

इस उपलक्ष्य पर अपेक्स हॉस्पिटल के डायरेक्टर द्वारा अपनी संपूर्ण आईवीएफ टीम को प्रशाति पत्र भी भेंट किया गया और यूं ही डेडीकेशन के साथ काम करने के लिए उन्हें धन्यवाद भी दिया। मिस्टर हुसैन शेख द्वारा स्टाफ और अन्य मरीजों को भ्रूण विज्ञान की जानकारी भी दी गई और भारत की प्रथम टेस्ट ट्यूब बेबी दुर्गा से भी अवगत कराया।
इस शुभावसर पर कुछ आईवीएफ प्रक्रिया से सफलता अर्जित कर बच्चे को जन्म दिए माता पिता भी शामिल हुए। और उनके बच्चो को आईवीएफ टीम द्वारा उपहार भी दिए गए। अंत में एपेक्स के डायरेक्टर डा मनोज गोयल द्वारा आईवीएफ न्यूनतम तकनीक जैसे कि लेजर हैचिंग और जेनेटिक लैब को रायगढ़ जिले में लाने की बात कही। जिससे की रायगढ़ वासियों को शहर में ही सारी सुविधाएं प्राप्त हो सके। और आईवीएफ का ट्रेनिंग प्रोग्राम शुरू करने की बात भी उन्होंने की…जिससे कि अन्य डॉक्टर्स को भी इसका लाभ मिल सके। और निःसंतान्न दंपतियों के लिए ये प्रक्रिया वरदान साबित हो सके। जेनेटिक लैब से उन दंपती को फायदा होगा जिनका बार बार आईवीएफ प्रक्रिया फेल हो जाती है या बार बार गर्भपात हो जाता है और सुविधा न होने के कारण जेनेटिक एनालिसिस नहीं हो पाती है।