वेजरॉन कंपनी के नए प्रोजेक्ट के लिए विद्युत विभाग ने की नियमों की अनदेखी… कंपनी को बेजा लाभ पहुंचाने ग्रामीणों की निजी भूमि पर लगा रहे 11 केवी लाईन के खंभे.. स्थानीय ग्रामीणों में भारी आक्रोश.. मंत्री ओपी चौधरी से शिकायत की तैयारी…

रायगढ़, 19 फरवरी। उद्योग लगाने के लिए कई नियमों को शिथिल कर दिया जाता है। वही नियम आम आदमी के लिए कड़ाई से लागू होते हैं। ऐसे ही एक उद्योग के लिए बिना विधिवत अनुमति और प्रक्रिया के विद्युत लाइन ही बदल दी गई। कोई भी उद्योग लगाने की औपचारिक अनुमति व आवेदन करने के पूर्व उद्योगपति जमीनों को लेकर कुछ अलग प्लान करते हैं। चुपचाप जमीनें खरीद ली जाती हैं। जमीन से होकर अगर किसी गांव की विद्युत लाइन गुजरी हो तो उसे हटाने के लिए कोशिश शुरू हो जाती है। ऐसा ही कुछ पाली और देलारी में चल रहा है। बताया जा रहा है कि वेजरॉन नामक कंपनी यहां कोई नया प्लांट लगाने जा रही है। चिराईपानी और पाली के बीच की जमीन खरीदने की भी जानकारी सामने आ रही है। इस जमीन से पाली गांव को वर्षों से 11 केवीए लाइन गई हुई है। इसीलिए कंपनी पुरानी लाइन को हटवाना चाहता है। इसीलिए गांव के कुछ लोगों से 11 केवीए नई लाइन बिछाने की मांग करवाई गई है। बिना विधिवत कार्यवाही के नई लाइन बिछाने का काम शुरू कर दिया गया है। इसके लिए दूसरों की निजी जमीनों पर बिना अनुमति के पोल गाड़े गए हैं। अब इस मामले में विरोध भी सामने आ रहा है। सूत्रों से मिली जानकारी की मानें तो इस पूरे मामले को लेकर अब स्थानीय ग्रामीण एकजुट होकर कंपनी प्रबंधन और विद्युत विभाग की शिकायत मंत्री ओपी चौधरी से करने की तैयारी में हैं।
यह किस तरह का काम
विद्युत विभाग ने नई लाइन बिछाने के लिए कोई प्लानिंग ही नहीं की है। कंपनी के कहने पर दूसरों की निजी जमीन पर बिना उनकी सहमति के काम शुरू कर दिया गया। एक प्राइवेट कंपनी के हितों को साधने के लिए कई भूमि स्वामियों की आपत्ति दरकिनार कर दी गई। कुछ भूमि स्वामियों ने आपत्ति की तो काम बंद कर दिया गया है।