दो और क्रिकेट सट्टा खाईवाल आए रायगढ़ पुलिस की गिरफ्त में.. मौके से मोबाइल फोन सहित लगभग 40 हजार रुपए और लाखों की सट्टा पट्टी बरामद… शहर में एक दो प्राइम ऑनलाइन आईडी से ही संचालित हो रहा है सट्टेबाजी का पूरा नेटवर्क : सूत्र , सट्टेबाजी के काले खेल में पुराने कुख्यात खाईवालों के साथ नए यूथ ब्रिगेड के भी इंवॉल्व्ड होने की मिल रही सूचना…


रायगढ़। आईपीएल के इस सीज़न में बीते दो दिनों से क्रिकेट सट्टा खाईवालो पर रायगढ़ पुलिस की छापेमार कार्यवाही जारी है जहां शनिवार की रात रायगढ़ पुलिस व साइबर सेल यूनिट ने ज्वाइंट रेड करते हुए रायगढ़ के अलग अलग क्षेत्रों से 12 सट्टा खाईवालों को हिरासत में लिया था वहीं कल देर रात भी शहर के कोतवाली थाना क्षेत्र स्थित ढिमरापुर इलाके से एक दुकान संचालक और उसके कथित पार्टनर को आईपीएल मैच के दौरान लाइव सट्टा पट्टी लिखते हुए गिरफ्त में लेने की जानकारी मिल रही है। बता दें इस छापेमार कार्यवाही को साइबर सेल प्रभारी अभिनव उपाध्याय एंड टीम द्वारा अंजाम देने की बात सामने आई है। कल पकड़े गए सटोरियों के पास से कुछ मोबाइल फोन, नगद लगभग 40 हजार रूपए और लाखों की सट्टा पट्टी बरामद की गई है।
बता दें रायगढ़, राजधानी रायपुर और पड़ोसी जिले सक्ती के बाद क्रिकेट सट्टे बाजी को लेकर सबसे बदनाम जिला रहा है जहां ऐसे युवा सट्टा खाईवालों की लंबी फेहरिस्त है जो फर्श से अर्श का सफर महज कुछ सालों की क्रिकेट सट्टा खाईवाली करके तय किए है जिनकी गिनती उंगलियों में की जा सकती है। वैसे सूत्रों से मिली जानकारी की मानें तो अभी भी इनमें से ज़्यादातर युवा खाईवाल सक्रिय है जो अब सीधे इंवॉल्वड होने की बजाय ऊपर सेंटर से एक दो चार प्राइम ऑनलाइन आईडी लेकर उसे बॉटम लाईन खाईवालों को डिस्ट्रीब्यूट करते है और बॉल टू बॉल लगने वाले लाखों रुपए के सट्टे में फिक्स्ड कमीशन हिसाब से प्रति मैच औसतन 10 से 20 लाख रुपए की कमाई कर रहे है हालांकि बीते दो दिनों से जिस तत्परता के साथ रायगढ़ पुलिस और साइबर सेल यूनिट ताबड़तोड़ कार्यवाही कर रही है उससे ऑनलाइन सट्टेबाजी नेटवर्क को काफी नुकसान होने की सम्भावना है लेकिन अब तक पुलिस के रडार से दूर लोकल प्राईम आईडी होल्डर को गिरफ्त में लेने के लिए अभी भी साइबर सेल यूनिट को काफी पसीना बहाना पड़ सकता है….??