शहर से लगे जंगल के बीच बन रहा है बटरफ्लाई ब्लिस फॉर्म हाउस प्रोजेक्ट… सैकड़ों पेड़ों की कटाई की मिल रही जानकारी..निर्माण पूर्व ग्राम पंचायत और वन विभाग से जरूरी “एनओसी” ली गई या नहीं…??

रायगढ़, 28 जुलाई। जिले में पर्यावरण को नुकसान पहुंचाने में केवल उद्योगों का हाथ नहीं है बल्कि बिल्डर और कॉलोनाइजर भी यही काम कर रहे हैं। रायगढ़ के कुछ कारोबारियों ने संबलपुरी में जंगल के बीच में एक आरामगाह बनाया है। सैकड़ों पेड़ों को काटकर यहां कॉटेज बनाए जा रहे हैं। इस प्रोजेक्ट को एक टॉप सीक्रेट बनाकर काम किया जा रहा है। रायगढ़ जिले में ऐसी भी कॉलोनी या प्रोजेक्ट बन सकती है कोई सोच भी नहीं सकता। संबलपुरी में जंगल के बीच रोड किनारे बटरफ्लाई ब्लिस नाम से एक परिसर का निर्माण हुआ है।
सैकड़ों पेड़ काटे गए लेकिन किसी ने कोई आपत्ति ही नहीं की। बेहतरीन तरीके से सभी को सेट करके परिसर का निर्माण किया गया। कहा जा रहा है कि इसमें कई लोगों की ब्लैक मनी लगी है। यहां खरीदारों को आलीशान कॉटेज बनाकर बेचा जा रहा है। लोगों को कहा जा रहा है कि वीकेंड पर आराम करने या पार्टी करने के लिए यहां सारी सुविधाएं बनाई जा रही हैं। इसे फार्म हाउस की तर्ज पर छोटे-छोटे हिस्सों में बांटा गया है। जमीन पर निर्माण के पूर्व ग्राम पंचायत की एनओसी, वन विभाग की एनओसी ली गई या नहीं, कुछ भी नहीं मालूम…??
विकास अनुज्ञा पर भी संदेह है। करीब 20 एकड़ में यह फैला हुआ है। संबलपुरी में इतनी बड़ी खाली जमीन तो कहीं है ही नहीं। जहां निर्माण हुआ है वहां चारों तरफ जंगल ही नजर आता है।

कैसे बना इतना बड़ा आरामगाह
पर्यावरण का नुकसान करके बने बटरफ्लाई ब्लिस को लेकर सुगबुगाहट है। यहां पर्सनल फार्म हाउस बनाकर बेचे जा रहे हैं। इसके लिए ली गई जरूरी अनुज्ञा को लेकर संदेह है। सूत्रों के मुताबिक इस फॉर्म हाउस प्रोजेक्ट कई लोगों की ब्लैक मनी को इन्वेस्ट किए जाने की भी जानकारी मिल रही है हालांकि हम इसके प्रमाणिक होने की पुष्टि नही करते हैं..
खबर स्त्रोत : दैनिक केलो प्रवाह