
कमजोर नेतृत्व का उठाना पड़ रहा पार्टी को खामियाजा
रायगढ – जिला भाजपा में चल रहा घमासान हर दिन भाजपा की नींव को जिले में कमजोर कर रहा हैं प्रदेश भाजपा के दिग्गज नेताओं में शुमार ओपी चौधरी के गृह जिले में चल रही व्याप्त गुटबाजी को अगर समय रहते रोका नही गया तो इसका असर आसन्न विधानसभा में पड़ सकता है।

बीतें एक पखवाड़े से लगातार कुछ न कुछ ऐसा नाटकीय घट रहा है जिससे जिला भाजपा में व्याप्त गुटबाजी व अंदरुनी असंतोष बाहर दिखने लगा है ऐसा ही एक वाक्या कल घरघोड़ा मंडल में देखने को मिला।जहाँ एक ही मुद्दे को लेकर (स्कूल को बन्द कराने) भाजपा के दो धड़े एक ही दिन दो घंटे के अंतराल मे स्कूल पहुँचे। सुबह मण्डल से जुड़े पदाधिकारी स्कूल पहुँचे तो दो घंटे बाद ही जिला भाजपा के महामंत्री अरुणधर दीवान अपनी टीम के साथ उसी मुद्दे पर ज्ञापन सौपने पहुँच गए।
कुल मिलाकर देखा जाये तो परस्पर तालमेल की कमी व गुटबाजी की वजह से जिला भाजपा की स्थिति सुत न कपास जुलाहों में लठ्ठम-लठ्ठा वाली हो गई हैं। हाल में ही जिला मुख्यालय में भी नटवर स्कूल के नामकरण को लेकर भाजयुमों नगर मंडल ने तैयारी की तो जिला भाजयुमों से जुड़े पदाधिकारी ज्ञापन सौंपने पहुँच गए थे जबकि पूरे प्रदेश में उक्त सांकेतिक धरने के कार्यक्रम भाजयुमों नगर मंडल की नेतृत्व में किये जाना प्रस्तावित था जिससे नाराज़ होकर रायगढ़ शहर भाजयुमों के दोनों नगर मंडल अध्यक्षों से उक्त कार्यक्रम से दूरी बना ली थी और जब उक्त कार्यक्रम को लेकर भाजयुमों के अधिकृत व्हाट्सअप ग्रुप पर एक पदाधिकारी ने सवाल पूछा तो भाजयुमों जिलाध्यक्ष विनायक पटनायक ने उक्त कार्यकर्ता को ग्रुप से ही बाहर निकाल दिया था।
वही कुछ दिन पूर्व जिला महिला मोर्चा व नगर मण्डल मोर्चा से जुड़े महिला पदाधिकारियों तीजा महोत्सव के दो पृथक आयोजन किये..जिसको लेकर भी जिला भाजपा की खूब किरकिरी हुई। तो वहीं भाजयुमों कार्यकर्ता पर लूट का मामला दर्ज होने पर भी एक दिन की आड़ में भायजुमो व जिला भाजपा द्वारा अलग-अलग ज्ञापन सौपा गया था जिसके बाद सोशल मीडिया में इस बात को लेकर पार्टी की काफी किरकिरी हुई थी।
घरघोड़ा में उपजा ताज़ा मामला 👇
तो कल घरघोडा में भी हिंदी मीडियम स्कुलो को बंद कराने के मामले को लेकर भाजपा के मण्डल अध्यक्ष की अगुवाई में नप अध्यक्ष, अल्पसंख्यक मोर्चा, व्यापारी प्रकोष्ठ व युवा मोर्चा के प्रदेश कार्यकरणी सदस्य व अन्य कार्यकर्ताओ के साथ सुबह आठ बजे स्कूल के गेट में ताला लगा कर विरोध प्रदर्शन करने लगे और मौके पर तहसीलदार व नायब तहसीलदार के पहुंचने के पश्चात ज्ञापन देकर आंदोलन को विराम दिया।
वही कुछ घण्टे पश्चात पुनः भाजपा की दूसरी टीम लगभग 11 बजे जिला महामंत्री अरुणधर दीवान के नेतृत्व में जिला पंचायत सदस्य व भाजयुमो कार्यकर्ताओ के साथ स्कूल में हिंदी मध्य के बंद को लेकर विरोध प्रदर्शन करने पहुँच गये।
एक ही मामले को लेकर दो दो गुट द्वारा धरना प्रदर्शन से प्रशासन का सरदर्द भी बढ़ गया है साथ ही आम जनमानस में भी तीखी प्रतिक्रिया हो रही है। आम लोगो के जेहन में अब यह सवाल उठने लगा कि जिला मुख्यालय से लेकर मंडल तक हर जगह एक ही मुद्दे को लेकर भाजपा के अलग-अलग गुटों धरना प्रदर्शन व ज्ञापन क्यो सौपना पड़ रहा है..?
भाजपा ने शिक्षा व्यवस्था में सुधार को लेकर आज तक आंदोलन नही किया। 1958 से स्थापित शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के शैक्षणिक ब्यवस्था को सुधार लेकर स्थानीय भाजपा नेताओं ने कोई सुधि नही ली। अपनी व्यक्तिगत टीआरपी बढ़ा कर किसी तरह अपनी मौजूदगी का एहसास कराया जा रहा है।
खबर स्त्रोत – दैनिक नवीन कदम

