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रायगढ़ – मोनेट JSW प्लांट में चैम्बर फटने से झुलसे असिस्टेंट मैनेजर की हुई मौत..हादसे में झुलसे अन्य 4 को एयर एंबुलेंस से मुंबई के नेशनल बर्न हॉस्पिटल में किया गया शिफ्ट..3 की हालात नाजुक…मृतक के परिवार को 64 लाख रुपये मुआवजा देगी कंपनी प्रबंधन…..

छत्तीसगढ़ के रायगढ़ स्थित JSW (मोनेट इस्पात) किलन का चैंबर फटने से झुलसे सहायक प्रबंधक शंकर कटकवार की गुरुवार को मौत हो गई। जबकि 4 अन्य को एयर एंबुलेंस से मुंबई के नेशनल बर्न अस्पताल रेफर किया गया है। इनमें 3 की हालत गंभीर बताई जा रही है। प्लांट में 4 दिन पहले हुए हादसे में 5 लोग झुलस गए थे। इसके बाद सभी को एयरलिफ्ट कर रायपुर के कालड़ा अस्पताल में भर्ती कराया गया था।

नहरपाली स्थित मोनेट इस्पात एंड एनर्जी लिमिटेड में 20 जून को हुए हादसे में सहायक प्रबंधक शंकर कटकवार, DGM जीवनंदन देशमुख, डिप्टी मैनेजर, मधुकर रावटे, सीनियर मैनेजर मनीष गुप्ता और इंजीनियर शिव साहू झुलस गए थे। सभी को रायपुर के कालड़ा अस्पताल में भर्ती किया गया। इंजीनियर शिव साहू को गुरुवार को मुंबई भेजा गया है। बाकी तीनों को भी रेफर किया जा रहा है। झुलसने से शरीर में संक्रमण फैलता जा रहा है।

डस्ट सेटलिंग चेंबर का जाम खोलने के दौरान हुआ था हादसा

दरअसल, किलन नंबर 4 के डस्ट सेटलिंग चैंबर में रविवार दोपहर 1.30 बजे डस्ट जाम हो गई थी। इसे निकालने के लिए पानी का प्रेशर मार रहे थे। तभी अचानक गरम डस्ट और पानी का प्रेशर चेंबर से निकला और कर्मचारियों पर जा पड़ा। जिसके कारण वे गंभीर रूप से झुलस गए। इसके बाद सभी रायगढ़ स्थित जिंदल फोर्टिस अस्पताल में भर्ती कराया गया, लेकिन फिर स्थिति गंभीर देख सभी को रायपुर रेफर कर दिया गया था।

लापरवाही पर नोटिस, लेबर कोर्ट में चालान करेंगे पेश

IHSD ने जांच शुरू कर प्रबंधक टी मोहन बाबू, प्लांट मैनेजर राजकुमार पटेल को 7 दिनों में जवाब मांगा है। तीन दिनों बाद जवाब नहीं मिलने पर उनकी फाइल लेबर कोर्ट में भेज दी जाएगी। हालांकि लगातार अफसरों की मौत होने पर IHSD को फाइल पुटअप करने से पहले नोटिस अपडेट करना पड़ेगा। जिसके बाद प्रबंधकों के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी। दूसरी ओर भूपदेवपुर पुलिस भी मामले की जांच में लगी हुई है।

मृतक के परिवार को 64 लाख का मुआवजा देगी कंपनी

JSW हादसे में मृत शंकर कटकवार के परिजनों को प्रबंधन ने तत्काल सहायता राशि 50 हजार रुपए दिए हैँ। इसके बाद वित्तीय तौर पर मृतक के आश्रितों को 64 लाख रुपए दिए जाने हैं। दरअसल हादसे में घायल हुए कर्मचारियों को WC (वर्कमेन कंपेसेशन) पॉलिसी के तहत राशि मिलेगी। इसके लिए कोई भी कंपनी बाध्य होती है। इसमें PF सहित अन्य खातों से जुड़ी राशि भी होगी।

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