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विदेश में बैठकर चला रहे थे करोड़ों रुपये का सट्टा-बाजार…पुलिस व सायबर सेल की संयुक्त कार्यवाही में पकड़े गए 18 सटोरिये… रायगढ़ का सचिन अग्रवाल भी आया पुलिस की गिरफ्त में…

छत्तीसगढ़ के रायपुर में सट्‌टे के बड़े कारोबार का पर्दाफाश हुआ है। पुलिस ने जुए और सट्‌टे के धंधे में लगे 18 सटोरियों को गिरफ्तार किया है। इनमें से 14 बिहार के रहने वाले हैं। पुलिस ने आरोपियों से कैश, मोबाइल, कार समेत करीब 18.40 लाख रुपए का सामान बरामद किया है। पकड़े गए आरोपी विदेश में बैठे भिलाई गैंग की मदद से इस कारोबार को चला रहे थे। कार्रवाई तेलीबांधा थाना पुलिस और साइबर सेल ने संयुक्त रूप से की है।

जानकारी के मुताबिक, पुलिस को मंगलवार को सूचना मिली कि कुछ लोग कार से घूम-घूम कर सट्‌टा चला रहे हैं। इस पर साइबर सेल की मदद से गाड़ी को अवंति विहार के पास ट्रेस कर लिया। पुलिस गाड़ी के पास पहुंची तो अंदर तीन युवक मोबाइल, लैपटॉप लेकर बैठे थे। पुलिस को देखते ही उसे बंद कर दिया। जब उसकी जांच की गई तो पता चला कि ऑनलाइन जुए और सट्‌टे का संचालन किया जा रहा था।

क्रिकेट, हॉकी, फुटबॉल और चुनाव एग्जिट पोल जैसे एप से सट्टा
तीनों आरोपियों ने पुलिस को बताया कि वे एप और ऑनलाइन तीन पत्ती, क्रिकेट, हॉकी, फुटबॉल व अन्य स्पोट्‌र्स और चुनाव एक्जिट पोल में सट्टा व जुए का संचालन करते हैं। इसके लिए सिविल लाइंस क्षेत्र के तरूण नगर में एक मकान भी किराये पर ले रखा है। इस पर पुलिस ने मकान में छापा मारा तो वहां 15 लोग अलग-अलग मोबाइल और लैपटॉप के साथ मिले। सभी सट्‌टा चलवा रहे थे।

ग्राहकों को देते हैं ऑनलाइन आईडी, फिर उसे से रकम का भुगतान
सटोरियों ने बताया कि वे विभिन्न एप और लिंक से ऑनलाइन आईडी ग्राहकों को देते हैं। इसमें लॉगिन कर वे रकम का भुगतान करते हैं। इसके एवज में सटोरियों की ओर से उन्हें वर्चुअल क्वॉइन देकर सट्‌टा खिलवाया जाता है। आरोपियों के पास से करोड़ों रुपए का हिसाब, 4 लैपटॉप, 34 मोबाइल, विभिन्न इलेक्ट्रानिक डिवाइस, क्रेटा वाहन और 1.30 लाख रुपए कैश सहित 18.40 लाख रुपए का सामान बरामद हुआ है।

अलग-अलग बैंकों में फर्जी खाते, हवाला से रुपए होते हैं ट्रांसफर
आरोपियों ने बताया कि मुख्य सरगना भिलाई निवासी सौरभ और रवि हैं। जो विदेश में बैठकर इस कारोबार का संचालन करते हैं। उन्होंने अलग-अलग बैंकों में फर्जी खाते खोल रखे हैं। इनसे ही रकम ट्रांसफर होती है। सटोरियों को उनके हिस्से की रकम हवाला के जरिए दी जाती है। सौरभ और रवि अपने फर्जी बैंक खातों में ज्यादा रकम आने पर रुपए निकालने के बाद उसे बंद कर देते हैं। फिर नया खाता खुलवाया जाता है।

इन आरोपियों को किया गया गिरफ्तार..

बेलगहना बिलासपुर निवासी विकास अग्रवाल, बरमकेला, रायगढ़ निवासी सचिन अग्रवाल, धरमजयगढ़, रायगढ़ निवासी अनिल अग्रवाल उर्फ अतुल, सहरसा, बिहार निवासी दीपक कुमार मेहता, राकेश कुमार सिंह, राकेश कुमार मेहता, मिथिलेश कुमार मेहता, अशोक कुमार मेहता, पसरहा, विक्की कुमार पटेल, अजय कुमार मेहता, सुड्डू कुमार, श्रवण कुमार, खगड़िया निवासी हेमराज व श्रीकांत कुमार, बलौदाबाजार निवासी खिलेश्वर नामदेव, मधेपुरा निवासी सर्वेश कुमार सिंह व पाण्डव मेहता, भागलपुर निवासी हरिनंदन कुमार शामिल हैं।

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