रायगढ़लेख

रायगढ़ – जनसुनवाई रद्द, लेकिन भाजपा की पिटी भद्द… आखिर क्यूँ नहीं थम रहा है रायगढ़-भाजपा के भद्द पीटने का सिलसिला..?

रायगढ़ – कल शाम जैसे ही जिला मुख्यालय के पूर्वांचल में स्थित एमएसपी स्टील व पॉवर प्लांट के विस्तार को लेकर कल 15 सितंबर को होने वाली प्रस्तावित जनसुनवाई के स्थगित होने की अधिकृत जानकारी स्थानीय सोशल मीडिया पर वायरल हुई, उसके करीबन घण्टे भर बाद जिला भाजपा का एक विंग स्थानीय सोशल मीडिया के जरिये आमजनता को यह संदेश देने में लग गया कि उनके प्रयासों व विरोध की वजह से ही उक्त जनसुनवाई स्थगित हुई हैं जबकि दो दिन पहले ही रायगढ़ जिला भाजपा के उसी विंग के जिलाध्यक्ष ने मीडिया को दिए अपने बयान में कहा था कि हमारा जनसुनवाई को लेकर कोई विरोध नहीं हैं हम बढ़ते प्रदूषण व बेरोजगारी को लेकर चिंतित है। उक्त जनसुनवाई के संदर्भ में रायगढ़ भाजपा के पदाधिकारी व कार्यकर्ताओं के बयानों में स्पष्ट मतभेद के बाद आज एक बार फिर से सोशल नेटवर्किंग साइट्स पर आम जनता अपने पोस्ट व टिप्पणी के जरिये भाजपा की टांग खिंचाई करते देखे जा रहे हैं क्योंकि आमजनता के मध्य यह बात स्थापित हो गयी है कि रायगढ़ भाजपा केवल श्रेय लेने की हल्की राजनीति करने में लग गई हैं।

बता दें कि ये वहीं तथाकथित विंग हैं जो 3 दिन पहले अपने पूर्व निर्धारित निजी एजेंडे के तहत एमएसपी प्लांट के मुख्य गेट के बाहर विरोध प्रदर्शन करने के मंसूबे से गए थे जहाँ सैकड़ों की तादाद में प्लांट के समर्थन में उतरें स्थानीय ग्रामीणों द्वारा इनकी खूब लानत मलानत कर वहाँ से दुत्कार कर खदेड़ दिया गया था जो खबर स्थानीय अखबारों व न्यूज़ पोर्टल्स में भी प्रमुखता से प्रकाशित व प्रसारित हुई थी।

कल जब जनसुनवाई रद्द होने की खबर आई तो एक बार फिर से यही तथाकथित विंग सोशल मीडिया पर सक्रिय हो गया और इसका श्रेय लेने में जुट गया लेकिन रायगढ़ के आम जनता व नागरिको का विश्वास खो चुके इस विंग की इस झूठी कोशिश पर स्थानीय लोगों व सोशल मीडिया एक्टिविस्टों ने भी जमकर कटाक्ष किया और उनकी इस झूठी मुहिम पर पानी फेर दिया। इसी कड़ी में शहर के युवा सोशल मीडिया एक्टिविस्ट प्रकाश निग़ानिया ने लिखा कि ये महज श्रेय लेने की कोशिश हैं कि मैंने किया मैंने किया।

बता दें कि यह महीनें भर में दूसरा या तीसरा मामला हैं जब रायगढ़ भाजपा के कार्यक्रम व धरना-आंदोलन का सार्वजनिक रूप से मज़ाक बना है इससे पहले महिला मोर्चा के तीज उत्सव आयोजन के दौरान हो या नटवर स्कूल के नाम परिवर्तन के खिलाफ भाजयुमों का प्रदर्शन हो या फिर सड़क की बदहाली व बढ़ते प्रदूषण के खिलाफ एनएच पर बैठकर मंत्री व विधायक को कोसते हुए बीच चौक में टायर जलाने की बात हो। हर मोर्चे में जिला भाजपा की जमकर किरकिरी हुई हैं और पूरी स्थानीय मीडिया में इनकी कार्यशैली व अदूरदर्शिता पर जमकर खबरें प्रकाशित व प्रसारित हो रही हैं।

जनचेतना व पर्यावरण मित्र ने जारी की प्रेस विज्ञप्ति

वहीं इस जनसुनवाई स्थगित होने के महज कुछ ही मिनटों के भीतर पर्यावरण संरक्षण को लेकर रायगढ़ अंचल में लगातार सक्रिय रहने वाले एनजीओ जनचेतना और रायगढ़ पर्यावरण मित्र संस्था द्वारा भी एक संयुक्त प्रेस विज्ञप्ति जारी किया गया हैं जिसमें बताया गया कि किस प्रकार उनके द्वारा इस प्रस्तावित जनसुनवाई के विरोध में समस्त तकनीकी खामियों के संपूर्ण विवरण व दस्तावेज़ के साथ नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) में याचिका लगाई गई थी और जिसके स्क्रीनिंग के दौरान ही एनजीटी के द्वारा जारी प्राइमरी नोटिस के बाद ही इस जनसुनवाई को अस्थायी रूप से स्थगित किया है वैसे हमारी जानकारी में यह तथ्य भी सामने आया हैं कि इस जनसुनवाई के ख़िलाफ़त में को उक्त दोनों स्वतंत्र संस्था द्वारा पीएमओ व केंद्रीय पर्यावरण संरक्षण मंडल बोर्ड के साथ पत्राचार भी किया गया था।

हालांकि इस बीच जो जानकारी सामने आ रही है उसकी मानें तो उक्त प्लांट के विस्तार हेतु रखी गयी जनसुनवाई के अस्थायी रूप से रद्द होने की वजह कुछ और ही हैं। इस बारें में एक स्थानीय इंडस्ट्रियल डिवेलपमेंट विशेषज्ञ ने हमें बताया कि एमएसपी जैसे बड़े औद्योगिक इकाइयों के निर्माण व विस्तार में बहुत सी छोटे-बड़े तकनीकी बिंदुओं से जुड़े अहम डिटेल्स की विस्तृत जानकारी देने की आवश्यकता होती हैं और यदि इनमें कुछ कमी रह जाती हैं तो राज्य पर्यावरण मंडल अथवा जिलादण्डाधिकारी इसे अस्थायी रूप से स्थगित कर सकते हैं।

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