रायगढ़ – राइस मिल से शुरू हुआ सफर आज प्रदेश में जिंदल ग्रुप के बाद दूसरे सबसे बड़े उद्योग “एनआर समूह” तक पहुंचा…प्रदेश सरकार के साथ 4700 करोड़ रुपये का एमओयू साइन कर ‘एनआर’ ने रचा इतिहास

रायगढ़ – एनआर ग्रुप के मुख्य निर्देशक संजय अग्रवाल ने कल छग सरकार से प्रदेश के दूसरे सबसे बड़े उद्योग के लिए मनोज पिंगुआ के साथ 4700 करोड़ निवेश हेतु एमओयू हस्ताक्षर कर एक नया इतिहास रच दिया है। एनआर ग्रुप की इस अभूतपूर्व उपलब्धि ने पूरे रायगढ़ का मान बढ़ाया हैं।

एनआर ग्रुप की यह उपलब्धि इस लिहाज से और भी अधिक हो जाती हैं क्योंकि इतनी बड़ी राशि का निवेश एक बार में छत्तीसगढ़ में जिंदल ग्रुप द्वारा भी नहीं किया गया है जबकि जिंदल ग्रुप प्रदेश की सबसे बड़ा इस्पात समूह हैं जिसका व्यापार विश्व के दो दर्जन से अधिक देशों में फैला हुआ है जिसमें यूरोप के कुछ बड़े देश भी शामिल हैं।

एनआर ग्रुप के मुख्य निर्देशक संजय अग्रवाल का नाम पूरे रायगढ़ अंचल सहित प्रदेश के इकलौते ऐसे उद्योगपति के रूप में स्थापित हो गया है जो व्यावसायिक क्षेत्र में नित नए उपलब्धि हासिल करने के साथ साथ सामाजिक व धार्मिक कार्यों में अपना सौ फीसदी सहभागिता निभाने के लिए विशेष रूप से जाने जाते हैं बात फिर चाहें जिला मुख्यालय स्थित अशर्फी देवी ट्रस्ट चिकित्सालय के जीर्णोद्धार के लिए 60 लाख रुपये का निःस्वार्थ सहयोग देने की हो या फिर औद्योगिक क्षेत्र पूंजीपथरा में सड़क दुर्घटनाओं के शिकार हुए लोगों के लिए लाखों रुपये की लागत से सर्वसुविधायुक्त युक्त मेडिकल ट्रामा सेंटर बनवाने की पहल करने की हो ताकि कोई सड़क हादसे का शिकार उपचार के अभाव में असमय काल का ग्रास ने बनें..सभी में संजय अग्रवाल व उनका एनआर ग्रुप विशेष रूप से अव्वल रहता है।
महज दो दशक के भीतर राइस मिल से शुरू हुआ संजय अग्रवाल का यह सफर आज अगर कामयाबी के इस ऊँचे मुकाम पर हैं तो इसका पूरा श्रेय उनकी काम के प्रति ईमानदारी, निष्ठा, दूरदर्शी सोच व समाजसेवा की भावना को जाता हैं जो ऊँचाई के इस शिखर पर पहुँचने के बावजूद भी जमीन से जुड़कर अथक परिश्रम करते हैं। आज पूरे रायगढ़ सहित छत्तीसगढ़ प्रदेश में उनके द्वारा किये जा रहे सामाजिक कार्यों की चर्चा हो रही हैं जिससे बाकी उद्यमी भी प्रेरित हो रहें है। ठीक उसी तरह जैसे टाटा व बिड़ला समूह को अपने सामाजिक उत्तरदायित्व के कार्यों के लिए पूरे देश में प्रसिद्धि हासिल है।