रायगढ़

सक्ति के सट्टा कारोबार का रायगढ़ कनेक्शन.. आयकर की रेड में जब्त मोबाइल ने उगले कई राज.. डाटा रिकवरी में शहर के कई सफेदपोशों से बातचीत और मैसेज के डाटा मिलने..

रायगढ़ जिले में सट्टा की जड़ें काफी गहरी हो चुकी हैं इसका प्रमाण आयकर विभाग की कार्रवाई से मिला है। बता दें कि बीते नवंबर में आयकर विभाग ने सक्ति में सट्टा कारोबार से जुड़े एक व्यक्ति सहित कई व्यापारियों के ठिकानों पर छापा मारा था जहां करोड़ों की अघोषित आय के साथ एक मोबाईल फोन को भी छापेमार टीम द्वारा जब्त किया गया था। बताया जा रहा है कि इस फोन की डिकोडिंग और डाटा रिकवरी से सट्टा कारोबार से जुड़े कई राज आयकर विभाग के सामने आए हैं। प्राथमिक जानकारी के मुताबिक डाटा रिकवरी में रायगढ़ और सारंगढ़ के करीब सौ ले नंबर, उनसे हुई बातचीत और मैसेज के डाटा मिलने की भी खबर मिल रही हैं जिसके बाद के संबंधित लोगों में हड़कंप मच गया हैं।

नवंबर में आयकर विभाग ने प्रदेश के 5 जिलों में एक साथ छापेमारी की थी जिसमें कोयले कस्टम मिलिंग सट्टा आदि कारोबार से जुड़े लोगों के ठिकाने पर रेट की गई थी बिलासपुर रायगढ़ सती कवर्धा और रायपुर में छापे मारे गए थे। इस छापेमारी में मिली जानकारी के आधार पर आयकर विभाग की कार्रवाई सतत जारी है। अघोषित आय से जुड़े हुए दूसरे लोगों को पर भी शिकंजा कसता नजर आ रहा है। सक्ति की छापेमारी से रायगढ़ में व्यापक असर देखने को मिल रहा है। सक्ति में पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष कांग्रेस नेता श्यामसुंदर अग्रवाल, विधायक प्रतिनिधि कांग्रेस नेता आनंद अग्रवाल, अनुराग कपड़ा दुकान के संचालक कमलेश अग्रवाल, स्टांप वेंडर जगदीश बंसल, प्रियंका मोबाइल दुकान के संचालक राहुल अग्रवाल, अनिल अग्रवाल और सत्यविद्या ज्वेलर्स के संचालक अरुण अग्रवाल के मकान और दूसरे ठिकानों पर आयकर विभाग द्वारा छापेमारी की गई थी इस दौरान कच्चे में भारी भारी भरकम रकम का लेन-देन को पकड़ा गया था। करोड़ों की अघोषित आय पकड़ी गई थी।

आयकर टीम को एक कारोबारी का मोबाइल फोन हाथ लग गया था। इसमें ऐसे कई राज थे जिसका संबंध रायगढ़ शहर के कई कारोबारियों से मिला है। बताया जा रहा है कि कई लोगों से सट्टे के कारोबार को लेकर चैट भी मिली है। जिन नंबरों पर बहुत ज्यादा बातें हुई हैं, वे नंबर आयकर विभाग की रडार पर आ गए हैं। रायगढ़ और सारंगढ़ के सौ से अधिक लोगों को आयकर विभाग ने नोटिस भेजा है।

सट्टे की कमाई में रायगढ़ भी हिस्सेदार ..?
बताया जा रहा है कि सक्ती में सट्टा के कारोबार का भांडा फूटा है। अब तक पुलिस ने जिस कारोबारी पर हाथ तक नहीं डाला, आयकर विभाग ने उसका गिरेबान पकड़ लिया है। मोबाइल फोन में रायगढ़ के कई ऐसे लोगों के नंबर मिले हैं, जो सट्टे से जुड़े हुए हैं। कई सफेदपोशों के नाम भी सामने आए हैं। सभी को आयकर विभाग ने नोटिस देकर हाजिर होने का आदेश दिया है। कई नोटिस देखकर कई लोगों के होश उड़ गए हैं। सट्टे का पूरा कारोबार मोबाइल फोन से ही संचालित होता है।

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