सार्वजनिक जमीन और तालाब पर बेजा कब्जा करने का चल रहा है खेल.. दो रसूखदार कारोबारी के खिलाफ लामबंद हुए स्थानीय बाशिंदे.. जनदर्शन में कलेक्टर को दी लिखित शिकायत

रायगढ़, 10 जनवरी। परिसीमन में गांव से निगम का वार्ड बनने वाले अमलीभौना में सार्वजनिक जमीन में बेखौफ अतिक्रमण और निस्तारी तालाब को स्वीमिंग पूल बनाने का खेल चल रहा है। यह हम नहीं, अमलीभौना के बाशिंदे ही कह रहे हैं। यही वजह है कि जनदर्शन में महिलाओं ने मुख्यमंत्री के नाम कलेक्टर से दो कारोबारियों के खिलाफ शिकायत कर इंसाफ की फरियाद की है।
मंगलवार दोपहर कलेक्ट्रेट के सृजन कक्ष के बाहर फरियादियों में महिलाओं की भीड़ भी चूल्हा चौका छोड़कर अपनी समस्या लेकर पहुंची थीं। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के नाम कलेक्टर कार्तिकेया गोयल को प्रेषित शिकायत पाती में अमलीभौना के लोगों का कहना है कि ग्राम अमलीभौना में स्थित भूमि खसरा नंबर 20, 21, 11 एवं 6 से कोसमनारा जाने के लिए वहां के बाशिंदे सालों से सार्वजनिक रास्ते के रूप में उपयोग करते आ रहे है। मिसल बंदोबस्त और चकबंदी नक्शा में भी यह भूमि आम रास्ते के तौर पर दर्ज है।
इसी तरह खसरा 21/322 में स्थित सार्वजनिक तालाब में निस्तारी करते आ रहे है जिसे राजेश अग्रवाल और मुकेश अग्रवाल नामक दो रसूखदार व्यवसायी निजी जमीन बता कर लोगों को वहां से आने-जाने के लिए रोक रहे हैं। जबकि उक्त भूमि सार्वजनिक निस्तार मद में शासकीय अभिलेखों में दर्ज है। यही नहीं, उक्त जमीनों को निजी जमीन घोषित करने के लिये प्रभावशाली व्यापारियों के इशारे पर नक्शा में छिपा लिया गया है। जिसे चालू नक्शा तथा मिसल और चाकबंदी नक्शा अनुरूप प्रविष्टी दर्ज करने की मांग की गई है।
फरियादियों की माने तो राजेश अग्रवाल और मुकेश अग्रवाल वहां के सार्वजनिक तालाब को स्वीमिंग पूल बनाने की योजना बनाते हुए वहां की जमीनों को हडपने की नीयत से बड़े पैमाने स्तर पर अतिक्रमण के लिए आमादा भी हैं। इसमें अमलीभौना के लोगों ने राजस्व अधिकारियों पर नक्शा में छिपाने का आरोप भी लगाते हुए इसकी शिकायत सीएम से करते हुए प्रशासन से जल्द हस्तक्षेप की पुरजोर मांग की है। कलेक्टर जनदर्शन में शिकायत करने वालों में पद्मनी बैरागी और महिलाओं के अलावे रविकिशन, प्रकाश, नितेश यादव, बलराम यादव, भावेश यादव, विकास, राकेश, कुंदन और आकाश सहित काफी संख्या में अमलीभौना के लोग थे।













