जमीन विवाद को लेकर युवा ढाबा संचालक की हत्या के बाद एक्शन मोड पर प्रशासन… सोमवार को पूरे इलाके की नापजोख में डटी रही राजस्व की टीम.. करीब 5 एकड़ सेवाभूमि पर अवैध कब्जा..



रायगढ़ 30 जनवरी। परसों 28 जनवरी को मेडिकल कॉलेज क्षेत्र में जमीन विवाद को लेकर युवा ढाबा संचालक विशाल सिंह की हत्या के बाद पूरे शहर में प्रशासन के लचर रुख को लेकर आम जनता में आक्रोश साफ दिखने लगा, जिसकी बानगी सोशल मीडिया पर साफ तौर पर दिखाई दी। बहरहाल अब जानकारी मिल रही है कि जमीन विवाद की वजह से हुए हत्या के बाद राजस्व अमला इस क्षेत्र में हो रहें अवैध कब्जे, निर्माण और खरीदी बिक्री को लेकर एक्शन मोड पर आ गया है।

प्राची विहार से लगी कोटवारी जमीन पर अतिक्रमण का मामला भी अब गर्म हो गया है। केवल एक व्यक्ति के अवैध कब्जे से शुरू हुआ मामला अब विस्तृत जांच की ओर बढ़ चला है। एसडीएम के आदेश पर तहसीलदार ने आरआई और पटवारी को भेजकर कोटवारी जमीन पर काबिज सारे लोगों की रिपोर्ट मांगी है। सोमवार को जांच भी की गई। शासन ने बड़े अतरमुड़ा प्राची विहार में कोटवार को सेवा भूमि के रूप में खनं 65/3 रकबा 1.9510 हे. (4.82 एकड़) जमीन आवंटित की थी। यह भूमि राजस्व अभिलेख में भी सेवा भूमि के रूप में दर्ज है।

हकीकत में यह जमीन अब कोटवार की रही नहीं। भूमाफियाओं ने कोटवारी जमीन पर भी अवैध कब्जा करके कई लोगों को बसा दिया है। सड़क के दोनों ओर कोटवारी जमीन पर अवैध कब्जे हो गए हैं। एसडीएम ने इसकी जांच के आदेश दिए थे। तहसीलदार ने आरआई और पटवारी को भेजकर विस्तृत जांच करने को कहा है। पूर्व में नित्यम सागर पटेल का एक प्रकरण तहसीलदार की कोर्ट में चल रहा है। पटेल ने भी कोटवारी जमीन पर ही मकान बनाया है जिसे तोड़ने का आदेश दिया जा चुका है।
अब इस खनं 65/3 पर जांच का आदेश दिया गया है। सोमवार को आरआई और पटवारी ने कोटवारी जमीन की नापजोख की। रोड किनारे हुए कब्जों की पूरी नाप की गई है। बताया जा रहा है कि करीब 40 लोगों ने कोटवारी जमीन पर अवैध कब्जा किया है। सुनियोजित तरीके से एक भूमाफिया ने इन लोगों को कोटवारी जमीन पर बसाया है।
रोड के दोनों ओर हैं अवैध कब्जे
कोटवारी जमीन पर अवैध कब्जा करने वालों ने रोड के दोनों ओर की जमीन पर निर्माण किए हैं। किसी ने बाउंड्रीवॉल बनाकर छोड़ दिया है। पूर्व में एक बार कार्रवाई करने का प्रयास किया गया था लेकिन बाद में मामला दबा दिया गया। जिन मकानों को उस समय आधा तोड़ा गया था, अब वे पूरे हो चुके हैं। सोमवार को खनं 65/3 में काबिज कुछ लोगों के निर्माण की नापजोख की गई है।












