शहर को दहला देने वाले बहुचर्चित “काजल हत्याकांड” के एक आरोपी ने की आत्महत्या… परिजनों का आरोप..कहा किसी के दबाव में आकर उठाया आत्मघाती कदम…. पुलिस करें निष्पक्ष जांच

रायगढ़, 22 फरवरी। कॉलेज छात्रा काजल मसन्द हत्याकांड के सह आरोपी मित्रभानु सोनवानी ने अपने घर के मुनगा पेड़ में साड़ी से फांसी लगाते हुए दुनिया को असमय अलविदा कह दिया। मर्डर केस में 14 महीने जेल की चाहर दीवारी में रहने वाला युवक 7 माह पहले ही बाल संरक्षण गृह से जमानत पर छूटा था। पुलिस जांच पड़ताल में जुटी है। यह घटना शहर के चक्रधर नगर थाना क्षेत्र की है। इस संबंध में मिली जानकारी के मुताबिक बोईरदादर स्थित स्वास्तिक विहार से लगे फुलवारीडीपा में बुधवार अल सुबह मित्रभानु सोनवानी पिता स्व. गोरखनाथ सोनवानी (19 वर्ष) की लाश उसके घर के मुनगा पेड़ में बंधी साड़ी के फंदे पर संदिग्ध हालत में झूलती पाई गई।
युवक की मां तड़के उठी तो अपने बेटे के शव को पेड़ में लटकते देख एकबारगी उसकी रूह तक कांप उठी। महिला ने अपने मंझले पुत्र व्यासदेव को बताई तो सूचना थाने में देने पर थाना प्रभारी प्रशांत राव अहेर मौके पर पहुंचे और मृतक के शव को पोस्टमार्टम के लिए जिला चिकित्सालय भेजवाया। दरअसल, विगत 14 जून 2022 को समाजशास्त्र में एमए करने वाली काजल मसन्द अपनी मां को सिंधी कॉलोनी छोड़कर अकेली घर वापस लौटी तो रामभरोस चौहान अपने भाई के साथ युवती के घर घुस गया और बदनीयती से उसे मौत के घाट उतार दिया था। वहीं, चौहान बंधुओं को काजल के घर घुसते देख वहां आम तोड़ने वाला मित्रभानु यह देखने वहां चला गया कि दोनों भाई आखिर कर क्या रहे हैं, मगर आरोपियों ने जब सिर फोड़कर काजल की हत्या की तो उन्हें पत्थर लाकर देने वाला मित्रभानु था इसलिए पुलिस ने इस मर्डर केस में तीनों को गिरफ्तार किया था। चूंकि, मित्रभानु उस समय नाबालिग था इसलिए उसे बाल संरक्षण गृह और चौहान बंधुओं को जिला जेल भेजा गया। कोर्ट से जमानत मंजूर होने पर 7 महीने पहले ही मित्रभानु बाल संरक्षण गृह से छूटकर घर पहुंचा था।
दूसरी तरह मृतक के परिजनों का कहना है कि बाल संरक्षण गृह में 14 माह गुजारने के बाद जमानत में घर लौटने वाला मित्रभानु पेशी के लिए कोर्ट जा जाकर परेशान रहता था। वह अक्सर गुमशुम रहते हुए कम बात करता था।
मृतक के परिजनों का आरोप कहा किसी के दबाव में आकर किया आत्महत्या
उसे कोई बीमारी नहीं थी, फिर भी वह अनजाने भय से डरा रहता था, सोनवानी परिवार का आरोप है कि मित्रभानु ने किसी के दबाव में आकर ऐसा आत्मघाती कदम अख्तियार किया है, इसलिए मामले की निष्पक्ष जांच कर दोषी को सख्त सजा दी जाए। फिलहाल चक्रधर नगर पुलिस मर्ग कायम करते हुए मामले की छानबीन कर रही है।










