रायगढ़ – आदिवासियों से किये एक भी वादा पूरा नहीं करने पर धरमजयगढ़ विधायक लालजीत राठिया के कार्यालय में भाजपा अजजा मोर्चा ने किया जोरदार प्रदर्शन….

भूपेश सरकार ने आदिवासियों के साथ सिर्फ छलावा ही किया है – श्रीकांत

धरमजयगढ़ – आज तारीख 17 जून को प्रदेश अनुसूचित जनजाति मोर्चा के निर्देशानुसार जिला भाजपा अनुसूचित जनजाति मोर्चा के राष्ट्रीय कार्यसमिति सदस्य श्रीकान्त सोमावार ने आज धरमजयगढ़ में वहां के विधायक व मध्य क्षेत्र विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष लालजीत राठिया के कार्यालय में भूपेश बघेल के नेतृत्व वाली प्रदेश सरकार के ढाई साल के निराशाजनक कार्यकाल व आदिवासी समाज के लिये किये गये एक भी घोषणा या वादा को अभी तक पूरा नहीं करने को लेकर आज धरना प्रदर्शन किया उन्होंने बताया कि विधानसभा चुनाव के पूर्व कांग्रेस पार्टी ने अपने जन घोषणा पत्र में आदिवासी समाज को आकर्षित करने के लिये जो लोक लुभावन घोषणा किया था, जिसके परिणामस्वरूप अजजा आरक्षित 29 में से 27 सीट तथा 3 सामान्य सीट से अजजा वर्ग के कांग्रेस विधायक चुनाव जीत गये थे परंतु दुर्भाग्यवश भूपेश बघेल सरकार का आधा कार्यकाल समाप्त हो जाने के बाद भी आदिवासी वर्ग से किये गए घोषणा व वादों पर अब तक कोई क्रियान्वयन प्रारंभ ही नहीं हुआ है और ना ही कांग्रेस के इन 30 आदिवासी विधायकों द्वारा घोषणा को पूरा कराने की दिशा में कोई आवाज उठाया जा रहा है। ढाई साल के भूपेश बघेल सरकार की इस बेरुखी से प्रदेश में आदिवासी समाज आहत है और सत्तापक्ष के आदिवासी विधायकों की चुप्पी से लग रहा है कि वे कुम्भकर्णी निद्रा में मगन हैं।
भाजपा नेता सोमावार ने कांग्रेस सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि कांग्रेस के जनघोषणा पत्र में वन अधिकार पूर्णतः लागू करने की बात कही गई थी। इसके तहत वनाधिकार के सभी निरस्त आवेदनों पर पुनः सुनवाई करते हुए सभी को व्यक्तिगत वनाधिकार पत्र प्रदान करने की बात कही गई थी, परन्तु धरातल में स्थिति बिल्कुल अलग है। वनाधिकार पत्र प्रदान करने की दिशा में शासन स्तर पर कोई कार्यवाही नहीं की गई है। इसी प्रकार समर्थन मूल्य पर लघु वनोपज की खरीदी करने की बात कही गई थी, परंतु समर्थन मूल्य पर खरीदी के लिये शासन ने अभी तक कोई नीति नहीं बनाई है और ना ही इस बाबत अधिकारियों को कोई निर्देश दिया गया है।

कांग्रेस ने अपने जनघोषणा पत्र में पांचवी अनुसूची क्षेत्र में पेसा कानून पूर्णतः लागू करने की भी घोषणा किया था परंतु भूपेश बघेल सरकार के इन ढाई सालों में पेसा कानून का सर्वाधिक उल्लंघन हुआ है। कांग्रेस की इस सरकार में रेत जैसे गौण खनिज के प्रबंधन का अधिकार ग्रामसभा से छीनकर खनिज विभाग को दे दिया है। प्रदेश में इससे जनजाति क्षेत्रो में रेत माफिया पनप रहे हैं और भाजपा के जनप्रतिनिधि तक को जान से मारने के प्रयास जैसी बड़ी घटना भी घट चुकी है। इसी प्रकार छोटे कृषि कार्य जैसे फौती उठाना, नामांतरण-बटांकन , पहले ये सब कार्य ग्रामसभा की अनुमति से ग्राम पंचायत में ही पटवारी करते थे परंतु अब इन छोटे कामों को भी तहसीलदार को दे दिया गया है। यह पेसा कानून के उल्लंघन के साथ-साथ ग्रामसभा के अधिकारों का हनन है।
इसके अलावा प्रदेश में भूपेश बघेल की सरकार बनने के बाद से राष्ट्रपति के दत्तक पुत्र समझे जाने वाले अति पिछड़ी जनजातियों के साथ-साथ आदिवासी समाज पर प्रताड़ना व दुष्कर्म की घटनाओं पर भी अप्रत्याशित वृद्धि हुई है !
ढाई साल के अपने कार्यकाल में भूपेश बघेल की सरकार ने आदिवासी वर्ग के लिये कुछ नहीं किया है। इससे पता चलता है कि भूपेश बघेल और कांग्रेस की प्राथमिकता में आदिवासी कहीं नहीं हैं।

आज के धरने प्रदर्शन में श्रीकांत सोमावार के साथ धरमजयगढ़ मण्डल अध्यक्ष गोकुल यादव,जिला भाजपा मंत्री द्वय श्रीमती लीनव राठिया व श्रीमती रजनी राठिया,भाजपा अल्प संख्यक मोर्चा के प्रदेश महामंत्री शकील अहमद,घरघोड़ा मण्डल अध्यक्ष सहनुराम पैंकरा,जिला पंचायत सदस्य व भाजपा अनुसूचित जनजाति मोर्चा के जिला अध्यक्ष रामनाथ बैगा, भाजपा युवा मोर्चा प्रदेश कार्यसमिति सदस्य पूनम। चौहान,जिला पंचायत सदस्य संतोष राठिया,पूर्व मण्डल अध्यक्ष व पार्षद टीकाराम पटेल,पूर्व जिला पंचायत सदस्य राधेश्याम राठिया, मण्डल महामंत्री द्वय अनिल पाण्डेय,शशि पटेल,अनुसूचित जनजाति व युवा मोर्चा के सभी 6 मण्डल अध्यक्ष सहित मंडल भाजपा के शताधिक सदस्य शामिल रहे !