जमीन के बदले प्लांट में स्थायी नौकरी की मांग को लेकर लंबे समय से कर रहें थे प्रदर्शन..अचानक टूटा सब्र, समझाईश दे रहें पुलिस जवानों की घेरकर की पिटाई…20-25 पुलिस सहित करीब 35 लोग घायल.. आंदोलनकारियों ने घटनास्थल में खड़ी एक बस, कुछ बाइक्स व कारों ने लगाई आग….माहौल अब भी तनावपूर्ण…

छत्तीसगढ़ के जांजगीर जिले के मड़वा स्थित अटल बिहारी पावर प्लांट में बड़ा बवाल हो गया है। यहां प्लांट के विरोध और जमीन के बदले स्थायी नौकरी नहीं देने को लेकर लंबे समय से प्रदर्शन कर रहे लोगों ने प्लांट के बाहर पुलिसकर्मियों को घेरकर पीटा। उन पर जमकर पथराव भी किया है। इस घटना में कई पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। आंदोलनकारियों ने परिसर में खड़ी कई गाड़ियों में भी तोड़फोड़ की और बस जला दी। कुछ बाइक और कार भी जलाई गई। साथ ही पुलिसकर्मियों और अधिकारियों की गाड़ी को तोड़ दिया गया है। इस मामले में पुलिस ने 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। 20 से 25 पुलिसकर्मी और 8 से 10 ग्रामीण घायल हुए है। प्रदर्शनकारी मौके से नदारद हो गए है।
जिले के मड़वा, तेंदूभांठा में अटल बिहारी ताप विद्युत गृह संचालित है। प्लांट के लिए 2008 में जमीन अधिग्रहण शुरू हुआ। 2015-16 से यहां एक हजार मेगावाट बिजली का उत्पादन शुरू हो गया है। उस दौरान मड़वा, तेंदूभांठा के लोगों को वादा किया गया था कि उन्हें यहां नौकरी दी जाएगी। जिसके बाद बहुत से लोगों को काम पर भी रखा गया। मगर करीब 400 लोग ऐसे थे, जिन्हें संविदा नियुक्ति दी गई और उन्हें अलग-अलग जिलों में नियुक्ति दी गई। कई ऐसे भी ग्रामीण हैं जिनका कहना है कि उनकी जमीन ले ली गई, लेकिन नौकरी नहीं दी गई। नौकरी देने और स्थायी करने की मांग को लेकर ग्रामीण पिछले 06 दिसंबर से जांजगीर के कचहरी चौक में प्रदर्शन कर रहे थे।

आंदोलनकारियों का कहना है कि इतने दिन से प्रदर्शन करने के बावजूद हमारी मांगों को नहीं सुना गया। इसलिए उन्होंने 1 जनवरी से प्लांट के सामने ही प्रदर्शन शुरू किया था। प्रदर्शन में महिलाएं भी शामिल हैं। इस बीच रविवार को प्रशासनिक अधिकारी और आंदोलनकारियों के बीच में बातचीत होनी थी। पहले राउंड की बातचीत हुई भी थी लेकिन वह विफल रही। इसके बाद शाम 5 बजे से सीनियर अधिकारियों के साथ आंदोलनकारियों की बातचीत होनी थी। आंदोलनकारियों का 10 सदस्यीय प्रतिनिधि मंडल अंदर भी जा चुका था। मगर इससे पहले ही बवाल हो गया। प्रदर्शन के मद्देनजर भारी पुलिस बल तैनात किया गया था।

बताया जा रहा है कि अचानक हुए विवाद में आंदोलनकारियों ने पुलिसवालों पर ही हमला कर दिया। पुलिस की टीम उन्हें समझाने में लगी रही। लेकिन उन्होंने एक न सुनी लाठी और डंडे से पुलिसवालों को ही पीट दिया गया। इसके अलावा उन पर पथराव भी किया गया है। आंदोलनकारी सुबह से ही लाठी और डंडे लेकर प्लांट के सामने पहुंचे थे।

प्लांट के बाहर अब भी तनाव का माहौल है। कलेक्टर एसपी 100 से भी अधिक पुलिसकर्मियों के साथ मौके पर मौजूद है। प्रदर्शनकारी मौके से नदारद है। एसपी ने जानकारी दी है कि बिलासपुर से फोर्स बुलाई गई है। इस मामले में 4 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। बाकी लोगों की गिरफ्तारी जल्द की जा रही है। घायल पुलिस कर्मियों को उपचार के लिए जिला हॉस्पिटल भेजा गया है, जिनकी संख्या 20 से 25 है। आधा दर्जन पुलिसकर्मियों को गंभीर चोट आने की सूचना है। 8 से 10 ग्रामीण भी घायल हैं।