मेडिकल कॉलेज रोड में सरकारी जमीन पर धड़ाधड़ हो रहे है निर्माण..पटवारी की रिपोर्ट कई महीने पहले जमा..लेकिन कार्यवाही नही हुई ! अतिक्रमणकारियों को मिल रहा संरक्षण…? सरकारी कर्मचारी बना रहा है अवैध कॉम्प्लेक्स..

रायगढ़। यह कैसा राजस्व विभाग है और कैसे अफसर हैं..? जिस रोड को फोरलेन बनाने का सर्वे हो रहा है, उसमें कई महीनों से सरकारी जमीनों पर ताबड़तोड़ पक्के निर्माण हो रहे हैं लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई है। ऐसे ही अफसरों की वजह से बाद में सरकारी जमीन खाली कराने में कठिनाई होती है। मरीन ड्राइव के लिए लोगों के मकान तोड़े गए लेकिन यहां बनवाए जा रहे हैं। मेडिकल कॉलेज अस्पताल और सौ बिस्तर मातृशिशु अस्पताल एक ही रोड पर स्थित हैं। टीवी टावर रोड के अंतिम छोर से ही सरकारी जमीनों पर अतिक्रमण शुरू हो जाता है। आगे पेट्रोल पंप आते तक तो दोनों ओर की सरकारी जमीनों पर कई भवन दिखने लगते हैं। अब इस रोड को फोरलेन बनाने के लिए सर्वे हो रहा है।


पूर्व एसडीएम और तहसीलदार को इसकी जानकारी थी कि बड़े अतरमुड़ा खसरा नंबर 120/1 रकबा 2.7230 हे. में तेजी से अतिक्रमण हो रहा है। लेकिन उन्होंने कोई कार्रवाई नहीं की। इसी वजह से अब कुंजबिहारी नामक व्यक्ति ने 7000 वर्गफुट भूमि पर एक आलीशान मकान बनाकर किराए पर चढ़ा दिया है। सरकारी जमीन पर उसने मकान बनाया है। इसके बाजू में अब एक और मकान बन रहा है जो रोड किनारे तक पहुंच गया है। इसी जमीन के एक टुकड़े पर पीएम आवास भी स्वीकृत हो गया है। हितग्राही ने भी मकान चारों ओर करीब 1200 वर्गफुट भूमि कब्जा ली है। इसमें भी निर्माण प्रारंभ हो चुका है। बची हुई जमीन पर लगातार अतिक्रमण होता जा रहा है। पेट्रोल पंप के ठीक सामने लगातार निर्माण हो रहा है।
देखने गए थे एसडीएम, तहसीलदार
पहले अतिक्रमण का मामला जब सामने आया था तो पूर्व एसडीएम ने तहसीलदार के साथ जाकर मौके की जांच की थी। इसके बाद उन्होंने फाइल दबा दी। अवैध निर्माण करके हर महीने 30 हजार रुपए किराया वसूला जा रहा है। टू बीएचके मकानों के कई ब्लॉक बन चुके हैैं। देखने में ऐसा लगता है कि निर्माण को रोकने के बजाय जल्दी पूरा करने मोहलत दी गई थी।

एक सरकारी कर्मचारी बना रहा है अवैध कॉम्प्लेक्स
खनं 120/1 छोटे झाड़ के जंगल के रूप में दर्ज है। इस पर तालाब के सामने एक सरकारी कर्मचारी अपना कॉम्पलेक्स बना रहा है। चार दुकानें तकरीबन बनकर तैयार हो चुकी हैं। एसडीएम ने जब पहली बार जांच की थी तो ईंट जोड़ाई का काम हो रहा था। अब दुकानों की फिनिशिंग का काम चल रहा है, सूत्रों से मिली जानकारी की मानें तो यह अवैध निर्माण किसी सरकारी कर्मचारी का है।
खबर स्रोत : केलो प्रवाह
