रायगढ़ – भाजयुमों नेताद्वय पर FIR का मामला गरमाया…टीआई पर राजनैतिक दबाव में आकर झूठी FIR दर्ज करने का आरोप…FIR वापस नहीं होने पर सडकों पर करेंगे उग्र आंदोलन -मितेश शर्मा, जबरन दबाव बनाने की कोशिश – टीआई नागर

रायगढ़ – शहर भाजयुमों से जुड़े दो युवा नेताद्वय कुंदन दीवान व अम्मू सरदार के खिलाफ लूट व मारपीट के अपराध तहत दर्ज FIR का मामला अब राजनीतिक तूल पकड़ने लगा हैं जिसमें आज नगर भाजयुमों के तत्वाधान में जिला भाजपा व भाजयुमों से जुड़े से सैकड़ों पदाधिकारी व कार्यकर्ता, जिला भाजपा कार्यालय से रैली की शक्ल में एसपी ऑफिस के लिए कूचकर पहुँच गए हैं जहाँ उनके द्वारा एसपी अभिषेक मीणा से मुलाकात कर उनको ज्ञापन सौंपा गया हैं जिसमें इस मामलें में निष्पक्ष कार्यवाही की माँग की गई हैं..हालांकि अब जानकारी यह भी मिल रही हैं कि एसपी को ज्ञापन सौंपे गए ज्ञापन में रायगढ़ शहर भाजयुमों ने 3 दिवस का अल्टीमेटम दिया हैं।

टीआई मनीष नागर ने राजनैतिक दबाव में दर्ज किया है FIR – मितेश शर्मा

शहर भाजयुमों के अध्यक्ष मितेश शर्मा ने भाजयुमों नेताद्वय के खिलाफ कोतवाली पुलिस द्वारा दर्ज FIR को झूठा व राजनीतिक दबाव में की कार्यवाही करार देते हुए कहा कि इस मामलें में अनावेदक पक्ष रायगढ़ कांग्रेस से जुड़े एक नेता का रिश्तेदार हैं जो कि स्थानीय विधायक के करीबियों में शुमार है इसलिए कोतवाली टीआई मनीष नागर ने मामलें की बिना विवेचना किये सत्ता के राजनैतिक दबाव में आकर मारपीट की सामान्य घटना में जबरन लूट का अपराध भी दर्ज कायम कर दिया है जो कि सरासर झूठा व मनगढ़त हैं हम एसपी महोदय को ज्ञापन सौंपकर माँग करेंगे कि राजनैतिक दबाव में आकर युवा नेताद्वय के खिलाफ लूट का संज्ञेय अपराध दर्ज करने वाले टीआई को यथाशीघ्र निलंबित किया जाए और पूरे मामले की निष्पक्ष विवेचना कर कार्यवाही की जायें।

मामलें में कोतवाली टीआई की भूमिका संदिग्ध- सुमीत शर्मा

वहीं अब इस पूरे मामलें में भाजयुमों प्रदेश कार्यसमिति के सदस्य व जिले के युवा भाजपा नेता सुमीत शर्मा ने कोतवाली टीआई मनीष नागर की कार्यशैली पर सवालिया निशान लगाते हुए कहा कि ये कोई पहला मामला नहीं है जब टीआई कोतवाली ने भाजयुमों नेताओं के खिलाफ कोई कार्यवाही की हैं इससे पहले भी वे सत्ता के दबाव में आकर भाजयुमों नेताओ के खिलाफ कार्यवाही कर चुके हैं पर अब पानी सर ऊपर हो गया है जिसे हम बर्दाश्त नहीं करेंगे और अगर जरूरत पड़ी तो हम सड़कों पर उतरकर उग्र आंदोलन करेंगे।
दबाव बनाने के लिए अपना रहें है पॉलिटिकल-स्टंट- टीआई
इस विषय पर हमनें जब कोतवाली टीआई मनीष नागर से बात की तो उनका कहना है कि हमनें प्रार्थी की लिखित शिकायत पर बिना किसी राजनैतिक दबाव के नामजद आरोपियों कर खिलाफ वांछित धाराओं के तहत अपराध दर्ज किया है और मामलें की विवेचना की जा रही हैं ताकि घटना का सच सामने आ सकें। और रही बात शहर भाजयुमों द्वारा ज्ञापन सौंपने की तो यह एक पॉलिटिकल स्टंट हैं इससे हमारी जाँच व विवेचना पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा।
बहरहाल… जो भी हो पर यह कहना अब गलत नहीं होगा कि यह मामला अब गरमा गया है क्योंकि भाजयुमों से जुड़े स्थानीय नेताओं के टीआई कोतवाली के खिलाफ जो आक्रामक तेवर देखने को मिल रहे हैं उससे साफ है कि यह मामला आने वाले दिनों में और अधिक तूल पकड़ सकता हैं।
