रायगढ़ – शहर के मासूम बच्चें के असमय करुणान्त का जिम्मेदार कौन..? बीच सड़क गलत तरीके से कार खड़ी कर लापरवाही पूर्वक दरवाजा खोलने वाला ड्राइवर या फिर पीछे से आती हुई डीएसपी चौहान की तेज़ रफ़्तार सूमो..? निष्पक्ष पुलिसिया जाँच से ही होगा स्पष्ट…

रायगढ़ – आज शाम 4 बजे के करीब जैसे ही यह खबर आई कि शहर के एक प्रतिष्ठित टैक्स कंसल्टेंट के 12 वर्षीय मासूम पुत्र की रायगढ़ स्टेडियम के ठीक पहले सड़क हादसे में दुःखद करुणान्त हो गया, पूरे शहर में मातम पसर गया। हर कोई इस हृदय विदारक घटना से गहरे सदमें में हैं मानों दुखों का यह पहाड़ उस पर ही टूटा हो और हो भी क्यूँ न आख़िर यह घटना, हैं भी इतनी दिल दहला देने वाली कि सुनने वाले का एक बार कलेजा ही बाहर आ जाये।
घटना के बाद जहाँ एक ओर शोक संतप्त परिवार सहित पूरे शहर में मातम का माहौल हैं तो वही दूसरी ओर इस हृदय विदारक हादसे के लिए जिम्मेदार कौन हैं.? इस बात को भी लेकर सोशल मीडिया पर स्थानीय लोग अपनी तीखी प्रतिक्रिया भी दे रहें है क्योंकि घटना की सीसीटीवी फुटेज का जो वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है उसको देखकर यह बात साफ हो जाती हैं कि जितनी गलती बीच सड़क पर गलत तरीके से कार खड़ी कर लापरवाही पूर्वक उसका दरवाजा खोलने वाले उस कार चालक का हैं जिसकी ठोकर से सायकिल सवार मासूम सड़क पर गिरता हैं उतनी ही गलती पीछे से तेज़ रफ़्तार में आती हुई डीएसपी चौहान की सूमो व उसके ड्राइवर की भी हैं जो कार की ठोकर से सड़क पर गिरे मासूम को अपनी चपेट में ले लेती हैं….क्योंकि जिस जगह पर हादसा हुआ है वह शहर की घनी आबादी वाला ट्रैफिक क्षेत्र हैं जहाँ सड़क के दोनों ओर व्यवसायिक दुकानों के साथ साथ स्थानीय लोगों के घर भी हैं और आम तौर पर ऐसे मार्ग से गुजरते वक्त वाहन की गति को सामान्य रूप से कम किया जाता हैं ताकि ऐसी कोई घटना न हो किन्तु इस मामलें में जो दृश्य सीसीटीवी फुटेज से मिले वीडियो में दिख रहा है उसमें कहीं से ये लग नहीं रहा है कि पीछे से आ रही डीएसपी चौहान की सूमो के ड्राइवर ने अपनी गाड़ी की गति कम की हो….?
बहरहाल इस दिल दहला देने वाले घटना का वास्तविक दोषी कौन है अथवा रायगढ़ पुलिस इस हादसे के लिए प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से किसे जिम्मेदार ठहराते हुए उसके खिलाफ कानूनन कार्यवाही करती हैं यह तो अब पुलिसिया जाँच के बाद ही स्पष्ट हो पायेगा।
