
रायपुर : पीएम नरेंद्र मोदी की कैबिनेट (PM Narendra Modi Cabinet) का आज शाम विस्तार होने जा रहा है। इसको लेकर छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के नौ लोकसभा और दो राज्यसभा सांसद सहित प्रदेश बीजेपी इस उम्मीद से बैठी है कि अंत समय तक भी उनको फोन आए और वे केंद्रीय मंत्रिमंडल का हिस्सा बनें। हालांकि सरगुजा सांसद रेणुका सिंह मौजूदा मोदी कैबिनेट में पहले से ही शामिल हैं. वैसे तो छत्तीसगढ़ की कुल 16 लोकसभा में से 11 सीटों पर बीजेपी का कब्जा है, लेकिन केंद्रीय मंत्रिमंडल में प्रतिनिधित्व केवल एक का ही है। ऐसे में तीन-चार नामों पर लगातार चर्चा हो रही है जिन्हें केंद्र में शामिल किया जा सकता है।
मोदी कैबिनेट में जगह पाने वालों की रेस में सबसे आगे राज्यसभा सांसद डॉ. सरोज पांडेय, बिलासपुर सांसद अरुण साव और दुर्ग सांसद विजय बघेल के नामों की चर्चा है।
डॉ. सरोज पांडेय- राज्यसभा सांसद
अविभाजित मध्य प्रदेश के दुर्ग नगर निगम में साल 1999 में डॉ. सरोज पांडेय का नाम उस वक्त चर्चाओं में आया जब वो छात्र विंग की राजनीति से दुर्ग नगर की पहली निर्वाचित महापौर बनने में कामयाब रहीं। उस वक्त तक दुर्ग नगर निगम में कांग्रेस का एकतरफा दबदबा था, मगर वह सबसे कम उम्र की महपौर होने के साथ ही दुर्ग नगर निगम की पहली महिला महापौर बनने में कामयाब रहीं। मध्य प्रदेश से छत्तीसगढ़ अगल होने के बाद 2004 में हुई पहली नगरीय निकाय चुनाव में भी सरोज पांडेय दुर्ग नगर निगम में महापौर बनीं।
महापौर से विधायक और फिर सांसद
परिसीमन के बाद साल 2008 में अस्तित्व में आई वैशाली नगर विधानसभा सीट से सरोज पांडेय चुनाव लड़ी और कांग्रेस के दिग्गज नेता बृजमोहन सिंह को हराकर पहली बार विधानसभा तक पहुंची। इस दौरान महापौर भी रहीं. वहीं, साल 2009 में बीजेपी ने मौजूदा महापौर और विधायक सरोज पांडेय को दुर्ग लोकसभा का उम्मीदवार बनाया और वह यहां भी जीत हासिल करने में कामयाब रहीं।
गिनीज और लिम्का बुक में रिकार्ड दर्ज
छात्र राजनीति से ही अपना लोहा मनवा चुकी डॉ. सरोज पांडेय का नाम एक ही समय पर महापौर, विधायक और सांसद रहने का गिनीज और लिम्का बुक में दर्ज है।