रायगढ़ – शहर के एक नामी पत्रकार ने “सट्टे की खाईवाली” को लेकर रायगढ़-पुलिस और पार्षद पर लगाया संगीन आरोप…जानिये क्या है इस मामलें का “विधायक-कनेक्शन”

रायगढ़ – रायगढ़ कोतवाली थाना अंतर्गत आने वाले जूटमिल पुलिस चौकी की कार्यशैली व विश्वनीयता को लेकर दो दिन पूर्व रायगढ़ जिले के एक बेहद सक्रिय व जिम्मेदार पत्रकार द्वारा सोशल नेटवर्किंग साइट फेसबुक पर एक पोस्ट किया गया था जिसमें उक्त पत्रकार द्वारा स्पष्ट तौर पर जूटमिल पुलिस चौकी पर आरोप लगाते हुए लिखा गया था कि जूटमिल पुलिस चौकी को कोई सटोरी द्वारा चलाया जा रहा है हालांकि इस पोस्ट को उक्त पत्रकार द्वारा कुछ ही घण्टों बाद सोशल साइट से हटा भी दिया गया था।

जिले के उक्त पत्रकार द्वारा सोशल नेटवर्किंग साइट फेसबुक पर किये गए एक दूसरे पोस्ट में उन्होंने इस बात का भी जिक्र किया गया था कि क्षेत्र के किसी कांग्रेसी पार्षद के शह पर जूटमिल पुलिस चौकी क्षेत्र में इन दिनों सट्टे का कारोबार फल-फूल रहा है वैसे में यह आरोप न सिर्फ रायगढ़ पुलिस की छवि को लेकर बल्कि रायगढ़ कांग्रेस के लिहाज से भी एक बेहद संगीन आरोप हैं क्योंकि सोशल नेटवर्किंग साइट फेसबुक पर उक्त पोस्ट के वायरल होने के बाद से ही रायगढ़ शहर के कई मुख्य चौक-चौराहों में इसी पोस्ट को लेकर जन चर्चाओं का दौर जारी हैं जिससे रायगढ़-कांग्रेस व विधायक की साख पर बट्टा लग गया है।
मामलें का विधायक कनेक्शन…
रायगढ़ कांग्रेस के कथित निर्वाचित पार्षद व रायगढ़ की जूटमिल पुलिस चौकी पर सट्टे की खाईवाली को लेकर बेहद संगीन आरोप को लगाने वाले उक्त पत्रकार का स्थानीय कांग्रेस व विधायक के साथ भी प्रत्यक्ष संबंध हैं और वे वर्तमान में स्थानीय विधायक के मीडिया संबंधित जिम्मेदारियों का औपचारिक रूप से निर्वाहन भी करते है ऐसे में उनके द्वारा अपने ही कांग्रेसी पार्षद पर यह गंभीर आरोप रायगढ़ कांग्रेस व विधायक के लिए भी बड़ी परेशानी का सबब बन सकता हैं क्योंकि विपक्ष में बैठी भाजपा इस मुद्दे को लपककर रायगढ़ कांग्रेस व स्थानीय विधायक के खिलाफ कभी भी मोर्चा खोल सकती हैं जिससे विधायक व कांग्रेस दोनों की फ़ज़ीहत होना करीबन तय ही है क्योंकि उक्त पोस्ट पर जिस कथित कांग्रेसी पार्षद का जिक्र किया गया है उसको लेकर आम जनता के मध्य यही बात स्थापित भी हैं कि निगम चुनाव के दौरान उक्त पार्षद को कांग्रेस की टिकट विधायक जी की विशेष अनुकंपा से ही मिली थी और विधायक से उक्त कांग्रेसी पार्षद की राजनीतिक नजदीकियां भी हैं।
क्या कहते है जूटमिल टीआई
जब इस पोस्ट को लेकर हमारे संवाददाता ने जूटमिल पुलिस चौकी के नव नियुक्त टीआई गिरधारी साव से बात की तो उनका इस मामलें में दो टूक कहना था कि यह आरोप पूरी तरह से निराधार हैं कि जूटमिल पुलिस चौकी को कोई सटोरी चलाता हैं और कोई भी उनके पुलिस चौकी आकर वहाँ लगे सीसीटीवी के फुटेज में देखकर इस आरोप को हकीकत को देख-समझ सकता हैं।
वैसे यहाँ यह भी बताना लाज़िमी होगा कि पूरे रायगढ़ शहर में जूटमिल क्षेत्र सट्टे की खाईवाली को लेकर विशेष रूप से बदनाम रहा है और माना यह भी जाता हैं कि शहर में सट्टे का अवैध नेटवर्क का एक बड़ा हिस्सा यही से संचालित होता हैं जिसको लेकर दो नाम कंगालू सेठ व परदेशी हमेशा से ही सुर्खियों में रहें है। ऐसे में अब शहर व विधायक के करीबी उक्त पत्रकार द्वारा सट्टे को लेकर पुलिस व कांग्रेसी पार्षद पर जो आरोप लगाए गए हैं उसे लोग इन्हीं दोनों नामों से जोड़कर अपने हिसाब से मतलब और संबंध निकालने में लगे हुए हैं। हालाँकि जूटमिल पुलिस भी बीच बीच में क्षेत्र के सट्टे खाईवालों के छोटे एजेंटों पर की कार्यवाही भी करती रही हैं पर इनके अवैध नेटवर्क को तोड़ पाने में आज तक नाकामयाब ही रही हैं।