रायपुर – “सीएम बघेल की तारीफ करने की वजह से ही मेरे काफिले पर हमला हुआ…वो महाराजा हैं मेरी हत्या भी करा सकते हैं”- बृहस्पति सिंह..टीएस समर्थकों ने भी दिया जवाब कि हाईकमान के सामने…….

रायपुर – छत्तीसगढ़ की रामानुजगंज सीट से कांग्रेस विधायक बृहस्पति सिंह ने अपने ही मंत्री पर उन पर हुए हमले का आरोप लगाया है। रविवार शाम राजधानी रायपुर में मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंह देव से मुझे जान का खतरा है।
मुझ पर हमले के पीछे उन्हीं का हाथ है, वो महाराजा हैं और मेरी हत्या भी करा सकते हैं। बृहस्पति ने कहा कि मेरी हत्या कराने से यदि वे मुख्यमंत्री बन सकते हैं, तो उन्हें यह पद मुबारक हो।

‘कांग्रेस हाईकमान से करूंगा शिकायत’
बृहस्पति ने आगे कहा कि स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव कांग्रेस विधायकों का अपमान करते हैं। उन्होंने कहा कि मैं कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी और पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी से भी इसकी शिकायत करूंगा। विधायक दल की बैठक में अपनी बात रखूंगा। कहा कि प्रदेश कांग्रेस प्रभारी पीएल पुनिया, विधानसभा अध्यक्ष, विधानसभा उपाध्यक्ष से मैं शिकायत करूंगा। मुझे लगता है कि जिससे सरकार की छवि खराब हो ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए।’
‘सीएम बघेल की तारीफ करने के कारण हुआ हमला’
बृहस्पति सिंह ने कहा कि कुछ दिन पहले मैंने बयान दिया था कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल अच्छा काम कर रहे हैं। वे 25 साल तक प्रदेश के मुख्यमंत्री रहेंगे। इस बयान के बाद से ही सिंहदेव समर्थक उनको निशाना बना रहे हैं।
उधर, विधायक बृहस्पति सिंह के आरोपों पर स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने कहा कि शायद भावना में ऐसी बात कह गये होंगे। पार्टी फोरम पर चर्चा करूंगा। सोमवार से छत्तीसगढ़ विधानसभा सत्र शुरू हो रहा है।
टीएस समर्थकों का जवाब – वही अब इस पूरे मामलें में चढ़ते सियासी रंग को देख टीएस बाबा के स्थानीय समर्थकों ने भी अपनी चुप्पी तोड़ते हुए कहा है कि अब इस घटना की आड़ में कांग्रेस आलाकमान के समक्ष बाबा की साफ सुथरी राजनैतिक व सामाजिक छवि पर कीचड़ उछालने की कोशिश की जा रही हैं और इन सब के पीछे किसका हाथ हो सकता है..? यह बात सियासी समझ रखने वाला कोई भी साधारण व्यक्ति भी आसानी से समझ सकता हैं।
बता दें, शनिवार शाम को अंबिकापुर में विधायक बृहस्पति सिंह के काफिले के आगे निकलने से नाराज एक युवक ने काफिले की एक कार को रोका और उसके शीशे तोड़ दिए और सुरक्षाकर्मियों को गालियां दीं। पुलिस ने सचिन सिंहदेव और अन्य के खिलाफ आईपीसी और एससीएसटी अत्याचार निवारण अधिनियम के तहत एफआईआर दर्ज की. मालूम हो कि सचिन स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव के रिश्तेदार हैं।