रायगढ़ – जिला प्रशासन को ठेंगा दिखा “स्थानीय भूमाफिया व छुटभैया नेता” अतरमुड़ा क्षेत्र में धड़ल्ले से कर रहें हैं अवैध प्लॉटिंग…हौसले इतने बुलंद कि अब सरकारी जमीन को भी कब्ज़ाने की कोशिश में जुटे…आखिर कब पहुँचेगा जिला प्रशासन का हाथ इनकी गर्दन तक….

रायगढ़ – शहर में अवैध-कॉलोनी बसाने के लिए चल रहें प्लांटिंग के खेल को रोकने के लिए एसडीएम ने बिक्री नकल जारी करने पर रोक लगाई है लेकिन अतरमुड़ा में नालें किनारे हो बेचे जा रहे प्लॉट्स की कहानी में ट्विस्ट आ गया है। यह जमीन नौ साल पहले आठ लोगों को बेची गई थी। अब क्षेत्र का एक स्थानीय भूमाफिया इन आठ लोगों से एग्रीमेंट कर अवैध रूप से प्लाट काट रहा है।

अतरमुड़ा रोड में दुर्गा मंदिर के सामने गली के अंत में करीब पांच एकड़ जमीन पर अवैध प्लांटिंग की जा रही है। खरीददारों से एग्रीमेंट कर राशि ली जा चुकी है। अब रजिस्ट्री की तैयारी है।

अब इस जमीन पर कॉलोनी बनाने का क्षेत्र के ही एक दलालनुमा छुटभैया नेता कर रहा है। इस जमीन की जांच की गई तो पता चला कि 2012-13 में खसरा नंबर 93/1 और 94/2 ,कुल रकबा 1.189 हेक्टेयर को 8 लोगों को बेचा गया था अब इन आठ लोगों से जमीन एक स्थानीय भूमाफिया और क्षेत्र के एक छुटभैये नेता ने ले ली हैं और अब इसी जमीन पे अवैध तरीके से प्लॉटिंग कर कॉलोनी बनाने की तैयारी शुरू कर दी गई हैं।

इस मामलें में हमें स्थानीय सूत्रों से मिल रही जानकारी के मुताबिक यहाँ बिना प्रशासनिक अनुमति के ही केवल स्टाम्प पेपर पर अग्रीमेंट कर कई प्लॉट बेचे जा चुके हैं लेकिन चूंकि रजिस्ट्री के लिए बिक्री नकल की अनिवार्यता होती हैं इसलिए अब अंदरूनी सांठगांठ कर बिक्री नकल जारी करवाने का प्रयास भी किया जा रहा है।

बता दें कि इस पूरे मामलें में जिस स्थानीय भूमाफिया की भूमिका सामने आ रही है वहीं भूमाफिया अब मेडिकल कॉलेज रोड में स्थित पेट्रोल पंप के पीछे की खाली पड़ी सरकारी जमीन को भी कब्जाने की मुहिम में जुट गया है और उक्त सरकारी जमीन पर बकायदा फ्लाई ऐश पाटकर समतलीकरण भी शुरू कर दिया है। ऐसे मे अब यह देखना काफी दिलचस्प होगा कि जिला प्रशासन का हाथ कब इस भूमाफिया व उसके साथी छुटभैये नेता की गर्दन तक पहुंचता हैं….?
