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मां मंगला नर्सिंग काॅलेज की पूर्व प्राचार्य ने किया धोखाधड़ी : भाई के साथ मिलकर 9 लाख रूपए अलग अलग अकाउंट में ट्रांसफर किए.. कॉलेज के वित्तीय दस्तावेज फाड़े और जला भी दिया..

छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिला में ठगी का मामला सामने आया है। जिसमें मां मंगला नर्सिंग काॅलेज की पूर्व प्राचार्य ने अपने भाई के साथ मिलकर काॅलेज के खाते से 9 लाख रूपए से अधिक रकम को अलग अलग खाते में ट्रांसफर कर ठगी की घटना को अंजाम दिया है। घटना की जानकारी मिलने के बाद काॅलेज के डायरेक्टर ने मामले में रिपोर्ट दर्ज कराया है। घटना पुसौर थाना क्षेत्र का है।

मिली जानकारी के मुताबिक सारगढ़ बिलाईगढ़ जिला के ग्राम नदीगांव में रहने वाला गोविंदचंद्र चौहान पुसौर क्षेत्र के लोहरसिंह स्थित मां मंगला नर्सिंग काॅलेज का डायरेक्टर है। उसने पुसौर थाना में रिपोर्ट दर्ज कराते हुए बताया कि साल 2014 में काॅलेज में नैन्सी सरोजा रंजित को काॅलेज का वाईस प्रिंसीपल पद के लिए नियुक्त किया गया था। उसके काम को देखते हुए उसे प्राचार्य के पद पर पदोन्नत किया गया। जिसे प्रतिमाह 72500 रु वेतन दिया जा रहा था।

काॅलेज का वित्तीय अधिकार भी दिया : प्राचार्य नैन्सी सरोजा को महाविद्यालय का वित्तीय अधिकार भी दिया गया था। नैन्सी ने अपने भाई सैम मैथ्यूराज को प्रशासनिक अधिकारी व कम्प्यूटर ऑपरेटर के पद पर नियुक्त की थी। जिसका वेतन 18000 रूपए प्रतिमाह था। दोनों को काॅलेज की पूरी जिम्मेदारी व वित्तीय अधिकार सौंपा दिया गया था। कर्मचारियों का वेतन तथा काॅलेज के उपयोग के लिए खरीदी किए जाने वाले सामानों के रकम का भुगतान व काॅलेज के अन्य काम के लिए खर्च किए जाने वाली राशि, छात्र-छात्राओं का फीस जमा करने की जबाबदारी उन दोनों की थी।

प्राचार्य पद से इस्तीफा देने पर हुआ संदेह गोविंदचंद्र को उन दोनों के उपर पूरा विश्वास होने की वजह से समय समय पर ऑनलाईन भुगतान के लिए मोबाइल पर आने वाले ओटीपी को उसके द्वारा दिया जाता था। 03 मई 2024 को नैन्सी सरोजा रंजित के द्वारा अचानक काॅलेज के प्राचार्य पद से इस्तीफा देने के लिए आवेदन दी। इस तरह अचानक इस्तीफा दिए जाने से गोविंद को संदेह हुआ।

सीसीटीवी से पता चला कि दस्तावेज भी फाडे़ : इसके बाद गोविंद ने महाविद्यालयीन स्तर पर दस्तावेजों एवं कैस बुक की जांच कराई। सीसीटीवी फुटेज जांच करने पर पता चला कि नैन्सी सरोजा व उसके भाई के द्वारा काॅलेज की महत्वपूर्ण दस्तावेजों को फाड़ा गया है और कुछ दस्तावेजों को अपने बैग में रखकर ले गए हैं। इसके अलावा पूर्व छात्रा चंद्रकांति के द्वारा जमा की गई 1,80,000 रूपए का भी केस बुक व बैंक स्टेटमेंट में दर्ज होना नहीं पाया गया।

अपने व भाई के खाते में रूपए ट्रांसफर किया : साथ ही काॅलेज खाता के बैंक स्टेटमेंट की जांच करने पर पता चला कि काॅलेज के खाता से दोनों ने अपने- अपने खाते में रकम ट्रांसफर किया है। गोविंद ने नैन्सी सरोजा रंजित व उसके भाई सैम मैथ्यूराज को रकम भुगतान को लेकर जानकारी मांगी तो उनके द्वारा विधिवत स्टाफ एवं अन्य काम के लिए भुगतान करने की बात कही गई।

3 सालों में 9 लाख रूपए से अधिक ट्रांसफर लेकिन जांच करने में पता चला कि नैन्सी सरोजा व उसके भाई द्वारा गोविंद के बिना जानकारी के काॅलेज के बैंक खाता से गलत तरीके से रूपए का भुगतान 5 जनवरी 2021 से 29 मार्च 2024 तक की अवधि में कुल 9,00,774 रूपए अलग अलग बैंक खाता में ट्रांसफर किया गया है। सैम मैथ्यूराज के खाता में वेतन के अलावा 23 मार्च 2022 से 09 दिसबंर 2022 तक 3,39,000 रुपए ट्रांसफर किया गया है।

पुलिस मामले की जांच में जूटी इसके अलावा नैन्सी ने अपने रिस्तेदार आल्विन मैथ्यू निथिया के खाता में भी रकम ट्रांसफर किया था। इस तरह मां मंगला नर्सिंग काॅलेज की पूर्व प्राचार्य नैन्सी सरोजा व उसके भाई सैम मैथ्यूज द्वारा काॅलेज धोखाधड़ी को अंजाम दिया गया है। जिसकी जानकारी होने के बाद गोविंदचंद्र ने पुसौर थाना पहुंचकर रिपोर्ट दर्ज कराया। पुलिस ने मामले में अपराध कायम कर आगे की जांच में जुट गई है।


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