रायगढ़ – सैकड़ों की तादाद में स्थानीय ग्रामीण व जनप्रतिनिधि उतरे एमएसपी प्लांट के जनसुनवाई के समर्थन में…रायगढ़ भाजयुमों के कथित “राजनीतिक विरोध” की निकली हवा….

रायगढ़ – रायगढ़ जिला मुख्यालय के पूर्वांचल के सुदूर अंतिम क्षेत्र में स्थित एमएसपी स्टील व पॉवर लिमिटेड प्लांट के विस्तार हेतु प्रस्तावित जनसुनवाई आगामी 15 सितंबर को होना तय है लेकिन जनसुनवाई को लेकर एक एक बार फिर से माहौल गरमाने लगा हैं।

बता दे कि कल सोशल मीडिया में रायगढ़ भाजयुमों की ओर पोस्ट वायरल किये गए थे कि बढ़ते प्रदूषण को लेकर वे आज 9 सितंबर के दोपहर एक रैली निकालकर इस प्लांट का व्यापक विरोध दर्ज करेंगे लेकिन अब भाजयुमों की इस प्रदूषण विरोधी रैली के जवाब में पूर्वांचल के आधे दर्जन से अधिक गाँव वाले जो कि सीधे तौर पर एमएसपी प्लांट से संबद्ध हैं खुलकर आज इस जनसुनवाई के समर्थन में उतर आए हैं।
स्थानीय सूत्रों से मिली जानकारी की मानें तो एमएसपी प्लांट के मुख्य गेट पर अभी सैकड़ों की तादाद में स्थानीय ग्रामीण व जनप्रतिनिधि बैनर-पोस्टर लेकर एकत्रित हो गए हैं और एमएसपी के समर्थन में जोरदार नारेबाजी कर रहे हैं हमारे स्थानीय संवाददाता ने बताया कि गेट पर एकत्रित ग्रामीणों की संख्या फिलहाल 700 सौ के करीब हैं और लगातार लोगों के समर्थन में आने का सिलसिला जारी है।

एमएसपी के समर्थन में उतरे स्थानीय ग्रामीणों का साफ तौर पर कहना है कि प्रदूषण को लेकर भाजयुमों के बैनर तले जो कथित प्रदूषण विरोधी रैली की बात हो रही हैं वो महज एक पॉलिटिकल स्टंट हैं जिसके द्वारा रायगढ़ के कुछ राजनीतिक चेहरे अपनी राजनीतिक दुकान चमका कर अपना निजी स्वार्थ पूरा करना चाहते है जिसके विरोध में आज हम सभी स्थानीय लोग व जनप्रतिनिधिगण एमएसपी के समर्थन में उतरे हैं और उन्हें बता देना चाहते है कि यहाँ उनकी दाल नहीं गलने वाली हैं।

एमएसपी के समर्थन में एकत्रित हुए ग्रामीणों का यह भी कहना हैं कि अभी 20-25 दिन पहले ही क्षेत्र की एक और औद्योगिक इकाई की जनसुनवाई संपन्न हुई हैं जो कि रायगढ़ मुख्यालय के ज़्यादा नजदीक है उसका भाजयुमों रायगढ़ ने सिर्फ इसलिए विरोध नहीं किया क्योंकि उस प्लांट के एक मालिक की जिला भाजपा अध्यक्ष से प्रत्यक्ष रिश्तेदारी हैं।

वैसे यहां यह भी बता देना ज़रूरी होगा कि आज एमएसपी प्लांट के मुख्य गेट पर एमएसपी के विस्तार हेतु आयोजित जनसुनवाई को समर्थन देने जो सैकड़ों की तादाद में स्थानीय लोग एकत्रित हुए है उसमें दोनों प्रमुख राजनीतिक पार्टी के कार्यकर्ता व समर्थक भी बड़ी संख्या में शामिल है।
ऐसे में अब यह कहना गलत नहीं होगा कि आज प्रदूषण को लेकर एमएसपी के विरोध में जो रैली निकालने की तैयारी की गई थी उसकी स्थानीय ग्रामीणों व जनप्रतिनिधियों ने पूरी तरह से हवा निकाल दी है।
