धर्म व आध्यत्मप्रेस-विज्ञप्तिरायगढ़

सावन के पवित्र महीने में रायगढ़ को “शिवमय” करने की तैयारी में जुटे शिवभक्त.. शहर के इस प्राचीन मंदिर प्रांगण में रूद्राक्ष से बने अनोखे शिवलिंग पर सवा महीने तक होगा नियमित जलाभिषेक…अभूतपूर्व धार्मिक आयोजन का साक्षी बनेगा रायगढ़…समापन दिवस पर श्रद्धालुओ को बांटे जाएंगे अभिमंत्रित रुद्राक्ष

रायगढ़। शहर के राजा महल क्षेत्र में स्थित प्राचीन समलाई मंदिर प्रांगण में धर्म रक्षा समिति और हिंद सेवक समिति के सामूहिक तत्वाधान में आगामी १४ जुलाई से सवा महीने अखंड “ॐ नमः शिवाय” महामंत्र का जाप करवाया जाना निर्धारित किया गया है और समापन दिवस २१ अगस्त को अभिमंत्रित रुद्राक्ष श्रद्धालुओ को निशुल्क बांटे जायेंगे।

रायगढ़ में होने वाले इस अभूतपूर्व धार्मिक आयोजन की जानकारी देते हुए कार्यक्रम संयोजक विकास केडिया ने बताया कि हम हिंदुओं को पवित्र सावन मास में शिवभक्त अपने आराध्य भोले बाबा को प्रसन्न करने के लिए कई तरह के धार्मिक अनुष्ठान करते हैं। इसी कड़ी में इस वर्ष धर्म रक्षा समिति और हिंद सेवक समिति के सामूहिक तत्वाधान में शहर के राजा महल क्षेत्र में स्थित प्राचीन समलाई मंदिर प्रांगण में नेपाल से विशेष रुप से मंगाए गए बीस हजार रूद्राक्ष से पार्थिव शिवलिंग तैयार किया जाएगा, जिसे वैदिक रूप जलाभिषेक कर १४ जुलाई से अखंड “ॐ नमः शिवाय” महामंत्र का जाप पूरे शास्त्रीय विधि विधान से किया जायेगा , जो 24 घंटे अनवरत सवा महीने तक जारी रहेगा। अनवरत चलने वाले इस जाप से पार्थिव शिवलिंग निर्माण में उपयोग में लाए गए बीस हजार रुद्राक्षों को अभिमंत्रित किया जायेगा, जिसे समापन दिवस पर सभी श्रद्धालुओं को वितरित कर दिया जायेगा।

आगे कार्यक्रम संयोजक श्री केडिया ने यह भी बताया कि ऐसा अभूतपूर्व धार्मिक आयोजन उनकी जानकारी में छत्तीसगढ़ में पहली बार हो रहा है जिसके माध्यम से भगवान भोलेनाथ घर-घर तक पहुंचेंगे। आयोजन को भव्य और सफल बनाने हेतु बीते एक पखवाड़े से समिति से जुड़े सभी शिवभक्त तैयारियां कर रहे है।

आगे कार्यक्रम संयोजक श्री केडिया ने पूरे रायगढ़ शहर के हिंदू भाई बहनों और शिवभक्तों से अपील करते हुए कहा कि यह कार्यक्रम पूरे रायगढ़ अंचल के लिए गौरव का विषय है जिसमें सभी शिवभक्तों को उपस्थिति सादर प्रार्थनीय है जहां इस ऐतिहासिक धार्मिक आयोजन में सम्मिलित होकर हम भगवान भोलेनाथ का सामूहिक पूजन, जलाभिषेक और अखंड जप कर अभीष्ट पुण्य फल प्राप्त कर सकते है।

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